दिल्ली की अदालत द्वारा भारत के मोस्ट वांटेड अपराधी दाऊद इब्राहिम से संबंध रखने से लेकर आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग तक के सभी आरोपों से बरी किए गए एस श्रीसंत का कहना है कि अगर देश के सबसे वांछित भगोड़े के साथ उनका कोई संबंध होता तो वह क्रिकेटर नहीं होते.
अदालत से बरी हुए श्रीसंत
आपको बता दें कि दिल्ली की एक अदालत ने बीते शनिवार श्रीसंत को आईपीएल छह स्पॉट फिक्सिंग मामले में सभी आरोपों से बरी कर दिया था. बरी होने के बाद श्रीसंत ने कहा, 'अगर उसके (दाऊद के) साथ मेरा कोई संपर्क होता तो मैं यहां नहीं होता. मैं दुबई या किसी और जगह पर होता. अगर मैं उसके जैसे लोगों को जानता तो मैं क्रिकेटर नहीं होता.'
सभी का जताया आभार
इससे पहले इस पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज की दिल्ली से घर वापसी पर कोच्चि इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर प्रशंसकों, मित्रों और रिश्तेदारों ने भावुक स्वागत किया. इस मौके पर केरल के इस क्रिकेटर ने कहा कि वह सभी लोगों विशेषकर अपने राज्य केरल के लोगों के आभारी हैं जो उनके पूरे करियर के दौरान और मुश्किल के समय में उनके साथ रहे.
आरोपों से बरी होने की खुशी
दाऊद और छोटा शकील जैसे डॉन के साथ नाम जोड़े जाने के आरोपों के बारे में पूछने पर श्रीसंत ने कहा, 'मैंने जो भी पैसा कमाया कड़ी मेहनत से कमाया. यह मेरी जिंदगी और मेरी प्रतिबद्धता से जुड़ा सवाल था. मुझे खुशी है कि मुझे सभी आरोपों से बरी कर दिया गया है. दो साल पहले इस कथित प्रकरण के सामने आने और पुलिस की कार्रवाई के बाद BCCI ने श्रीसंत और अंकित चव्हाण पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था. इनपर अंडरवर्ल्ड डॉन द्वारा चलाए जा रहे संगठित अपराध सिंडिकेट में शामिल होने का आरोप था.
BCCI का प्रतिबंध हटने की उम्मीद
श्रीसंत ने कहा कि उन्हें खुशी है कि वह अपने जीवन और करियर को दोबारा शुरू कर पाएंगे जिसे इस मामले के कारण नुकसान पहुंचा था. उन्होंने कहा, 'मैं रविवार से अभ्यास शुरू करूंगा.' श्रीसंत ने उम्मीद जताई कि BCCI उनके क्रिकेट खेलने पर लगा प्रतिबंध हटा लेगी.
इनपुट: भाषा