टीम इंडिया के आर्मी कैप पहनने से बौखलाए पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने लताड़ा है. उसने साफ कर दिया कि भारतीय टीम ने हमसे पूछकर ये खास कैप पहनी थी. आईसीसी ने सोमवार को कहा कि भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे मैच में देश के सैन्य बलों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए सैनिकों जैसी टोपी पहनने की अनुमति दी गई थी. पाकिस्तान ने इस पर आपत्ति जताई थी.
रांची में 8 मार्च को खेले गए तीसरे वनडे में भारतीय टीम ने पुलवामा आतंकी हमले में शहीद सीआरपीएफ जवानों के सम्मान में सैन्य टोपियां पहनी थीं तथा अपनी मैच फीस राष्ट्रीय रक्षा कोष में दान कर दी थी.
#TeamIndia will be sporting camouflage caps today as mark of tribute to the loss of lives in Pulwama terror attack and the armed forces
And to encourage countrymen to donate to the National Defence Fund for taking care of the education of the dependents of the martyrs #JaiHind pic.twitter.com/fvFxHG20vi
— BCCI (@BCCI) March 8, 2019Advertisement
आईसीसी के महाप्रबंधक (रणनीतिक संचार) क्लेरी फुर्लोग ने बयान में कहा, ‘बीसीसीआई ने धन जुटाने और शहीद सैनिकों की याद में टोपी पहनने की अनुमति मांगी थी और उसे इसकी अनुमति दे दी गई थी.’ पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने आईसीसी को इस संबंध में कड़ा पत्र भेजा था और इस तरह की टोपी पहनने के लिए भारत के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी.
पीसीबी प्रमुख एहसान मनी ने रविवार को कराची में कहा था, ‘उन्होंने किसी अन्य उद्देश्य के लिए आईसीसी से अनुमति ली थी और उसका उपयोग दूसरे उद्देश्य के लिए किया जो कि स्वीकार्य नहीं है.’
इससे पहले पाकिस्तान के विदेशी मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था, 'आईसीसी को इसके बारे में कुछ करना चाहिए. दुनिया ने देखा कि भारतीय टीम ने अपनी खेल वाली कैप के बजाय सेना की विशेष कैप पहनी, क्या आईसीसी ने इसे नहीं देखा? हमें लगता है कि यह आईसीसी की जिम्मेदारी है कि वे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड द्वारा इसका ध्यान दिलाये जाने के बजाय खुद इसका संज्ञान ले.'
बीसीसीआई ने पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के शहीद होने के बाद आईसीसी से उन देशों के साथ संबंध तोड़ने के लिए कहा था, जो आतंकवाद को पनाह देते हैं. पुलवामा हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने ली थी.