विराट कोहली की अगुवाई में टीम इंडिया वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत कर रहा है. साउथेम्प्टन में खेले जा रहे मैच में भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया और गेंदबाजों ने भी कप्तान के फैसले को सही साबित करते हुए टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई है. अफ्रीकी पारी के 20वें ओवर की अंतिम गेंद पर तय हो गया कि भारत की इस मैच में जीत पक्की हो गई.
टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला भारत के लिए सही साबित हुआ. शुरुआती 25 ओवरों में भारत के शानदार प्रदर्शन में यजुवेंद्र चहल की जोरदार गेंदबाजी का अहम योगदान रहा, अगर चहल के पिछले प्रदर्शन के आधार पर देखें तो भारत यह मैच जीत जाएगा.
Just as South Africa were beginning to build a partnership, Yuzvendra Chahal strikes!
Van der Dussen is bowled for 22.#TeamIndia #ProteaFire
AdvertisementFOLLOW #SAvIND LIVE 🔽 https://t.co/yx6Mkqsy3J pic.twitter.com/2eShD9NW8y
— Cricket World Cup (@cricketworldcup) June 5, 2019
फिरकी गेंदबाज यजुवेंद्र चहल ने वर्ल्ड कप के अपने पहले मैच में शानदार प्रदर्शन किया और 4 विकेट झटकने के साथ ही 5.10 की औसत से 10 ओवर में 51 रन दिए. उनकी गेंदबाजी किफायती रही क्योंकि उनके स्पेल में 3 सिर्फ बार ही गेंद सीमारेखा के पार गई, जिसमें एक चौका और 2 छक्के लगे.
इससे पहले चहल ने पहले बल्लेबाजी करने उतरी दक्षिण अफ्रीका की शुरुआती 25 ओवरों की पारी के दौरान 5 ओवरों में 20 रन देकर 2 विकेट झटक लिये थे. मुकाबले में भारत को पहली सफलता जसप्रीत बुमराह ने हाशिम अमला (6) को कैच आउट कराकर दिलाई. अगली सफलता भी बुमराह के हिस्से में गई, लेकिन इसके बाद भारत को दोहरी सफलता चहल के खाते में गई.
यजुवेंद्र चहल ने कप्तान फाफ डु प्लेसिस (38) को 20वें ओवर की पहली गेंद पर और वान डेर डुसैन (22) को उसी ओवर की आखिरी गेंद पर पवेलियन भेजकर अफ्रीकी टीम की लय बिगाड़ दी.
24वीं बार 2 या उससे ज्यादा विकेट निकाले
यजुवेंद्र चहल के वनडे करियर का यह 42वां मैच है और पिछले 41 मैचों में उन्होंने 23 बार 2 या उससे ज्यादा विकेट झटके हैं. इन 23 मौकों में भारत को हर बार जीत मिली है. यह 24वां मौका है जब चहल ने किसी मैच में कम से कम 2 विकेट झटके हैं, उनके पिछले रिकॉर्ड के आधार पर देखा जाए तो टीम इंडिया को इस मैच में जीत मिल सकती है.
चहल ने इस मैच से पहले 13 मैचों में 2 विकेट और 7 बार 3 विकेट झटके हैं. इसके अलावा 1-1 मौकों पर उन्होंने 4, 5 और 6 विकेट झटके. उनके करियर के 7 मैचों में ऐसे भी मौके आए जब उनके खाते में एक भी विकेट नहीं गया. हालांकि चहल का वनडे में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन इसी साल आया जब टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर थी और कंगारुओं के खिलाफ मेलबर्न में 19 जनवरी को हुए मुकाबले में 42 रन देकर 6 विकेट निकाले थे.