जोहानिसबर्ग टेस्ट की दूसरी पारी में चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे की पारियों से कुछ समय के लिए उनकी जगह को लेकर सवाल उठने बंद हो गए हैं. भारतीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ दोनों सीनियर खिलाड़ियों चेतेश्वर पुजारा और अंजिक्य रहाणे को जितना संभव हो टीम में बनाए रखना चाहते हैं भले ही इस कारण से हनुमा विहारी और श्रेयस अय्यर जैसे युवा बल्लेबाजों का इंतजार और लंबा हो जाए.
अपनी शानदार बल्लेबाजी के कारण लोगों को अपना मुरीद बनाने वाले हनुमा विहारी ने अपने 13 टेस्ट मैचों में से केवल एक मैच भारत में खेला है तथा कप्तान विराट कोहली की पीठ में दर्द और श्रेयस अय्यर का पेट खराब होने के कारण ही उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में मौका मिल पाया.
विहारी के प्रदर्शन से खुश कोच राहुल
जोहानिसबर्ग में नंबर-4 पर बल्लेबाजी करने वाले विहारी ने दूसरी पारी में नाबाद 40 रन बनाकर अपनी उपयोगिता भी साबित की. कोच द्रविड़ ने विहारी की प्रशंसा करते हुए कहा, 'सबसे पहले मैं यह कहना चाहूंगा कि विहारी ने दोनों पारियों में अच्छा प्रदर्शन किया. पहली पारी में भाग्य ने उनका साथ नहीं दिया और वास्तव में उनका शानदार कैच लिया गया. वहीं, दूसरी पारी में विहारी ने बहुत अच्छी बल्लेबाजी की और टीम का मनोबल बढ़ाया.' उन्होंने मध्यक्रम के एक और युवा बल्लेबाज श्रेयस अय्यर की भी प्रशंसा की.
... श्रेयस अय्यर की तारीफ
भारतीय टीम के मौजूदा कोच राहुल द्रविड़ ने कहा, 'श्रेयस ने दो या तीन मैच पहले अच्छा प्रदर्शन किया. जब भी उन्हें अवसर मिल रहे हैं वह अच्छा कर रहे हैं और उम्मीद है कि उनका भी समय आएगा.' लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि उन्हें रहाणे या पुजारा पर प्राथमिकता दी जाएगी क्योंकि कोहली की अगले मैच में वापसी तय है. द्रविड़ की इस मामले में राय स्पष्ट है.
उन्होंने कहा, 'अगर आप हमारे कुछ खिलाड़ियों पर गौर करो जो अब सीनियर खिलाड़ी हैं या उन्हें सीनियर खिलाड़ी माना जाता है, उन्हें भी इंतजार करना पड़ा था और उन्होंने अपने करियर के शुरू में ढेरों रन बनाये थे.'
द्रविड़ ने कहा, 'इसलिए ऐसा (इंतजार करना) होता है और यह खेल की प्रकृति है. विहारी ने इस मैच में जिस तरह से बल्लेबाजी की उससे उसका आत्मविश्वास बढ़ेगा और उससे टीम का भी मनोबल बढ़ना चाहिए.' भारतीय टीम को 11 जनवरी से केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरा टेस्ट खेलना है. सीरीज अभी 1-1 से बराबरी पर है.