ऑस्ट्रेलियाई दौरा में चेतेश्वर पुजारा की बल्लेबाजी सुर्खियों में है. उन्होंने कंगारुओं के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज में 74.42 की औसत से रिकॉर्ड 1258 गेंदें खेलकर कुल 521 रन बनाए. सिडनी टेस्ट के पहले दिन उन्होंने सीरीज में अपना तीसरा शतक जमाया. अगले दिन वह महज सात रनों से दोहरे शतक से जरूर चूक गए, लेकिन उन्होंने जिन परिस्थितिओं में यह दमदार पारी खेली वह अपने आप में किसी मिसाल से कम नहीं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सिडनी टेस्ट के पहले दिन चेतेश्वर पुजारा शतक की तरफ बढ़ रहे थे, दूसरी तरफ उनके 68 साल के पिता को मुंबई के होली फैमिली हॉस्पिटल ले जाया जा रहा था. दरअसल, चेतेश्वर के पिता अरविंद को दिल की बीमारी है और इसके चलते उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. चेतेश्वर की पत्नी पूजा अपने ससुर को लेकर हॉस्पिटल पहुंची थीं.
There's a little Elf in my house! Can't wait to get back home to this one! #MerryChristmas pic.twitter.com/OvCVUiCuIy
— cheteshwar pujara (@cheteshwar1) December 25, 2018
पुजारा के बचपन के कोच उनके पिता अरविंद ही हैं, जिन्होंने 7 साल के नन्हे पुजारा को कोचिंग देनी शुरू की थी. अरविंद अपने बेटे को बल्लेबाजी करते हुए देखने का मौका कभी भी नहीं चूकते, लेकिन इस बार वह अस्तपताल में थे. जब चेतेश्वर ने शतक जमाया उस समय उनके पिता की जांच चल रही थी. वह बेटे को शतक जमाते हुए लाइव तो नहीं देख पाए, लेकिन इस हालत में भी स्कोर अपडेट जानने से खुद को रोक नहीं पाए.
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तब बेटे के शतक के बाद अरविंद ने कहा, ' अगर किसी के मन में उसकी (पुजारा) बल्लेबाजी को लेकर कोई शक होगा, तो वह अब दूर हो गया होगा. मैं अब अस्पताल से घर वापस जाकर उसकी बल्लेबाजी की रिकॉर्डिंग देखूंगा.' पुजारा की पत्नी पूजा ने कहा कि पहले दिन पहले सेशन के खेल के बाद हमने राजकोट से मुंबई की फ्लाइट पकड़ी, उस दौरान चेतेश्वर शतक की तरफ बढ़ रहे थे. चेतेश्वर को पिता की हालत के बारे में जानकारी थी. और उनसे विचार-विमर्श के बाद ही उनके पिता को मुंबई में भर्ती कराया गया. अरविंद पुजारा सौराष्ट्र की तरफ से 6 फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेल चुके हैं. चेतेश्वर के चाचा विपिन पुजारा भी 36 प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच खेल चुके हैं.