2nd Test Cape Town IND vs SA: दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन में बुधवार से शुरू हो रहे दूसरे क्रिकेट टेस्ट में टीम इंडिया को पूरी ताकत झोंकनी होगी, जिससे सीरीज को ड्रॉ कराया जा सके. साथ ही इस जीत से विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) की अंक तालिका में ऊपर आने का रास्ता बन सके. पहले टेस्ट में रोहित ब्रिगेड को शर्मनाक हार झेलनी पड़ी थी. मौजूदा सीरीज का दूसरा और आखिरी टेस्ट भारतीय समयानुसार दोपहर 1.30 बजे से खेला जाएगा.
इस समय वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (2023-25) में दक्षिण अफ्रीका टॉप पर है, जबकि भारत 14 अंकों (38.89 PCT) के साथ 9 टीमों की तालिका में छठे स्थान पर है और एक हार से उसकी स्थिति और खराब हो जाएगी.
रवींद्र जडेजा की वापसी से मिलेगी मजबूती
ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा की वापसी से मध्यक्रम संतुलित होगा और बीच के ओवरों में पुरानी कूकाबूरा से वह प्रभावी साबित होंगे. भारत के लिए तीसरे और चौथे तेज गेंदबाज की भूमिका अहम होगी. प्रसिद्ध कृष्णा अभी टेस्ट क्रिकेट के लिए तैयार नहीं हैं और शार्दुल ठाकुर लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं.
बल्लेबाजों में यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर के खराब फॉर्म ने टीम की चिंता बढ़ा दी है. उन्हें दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों के बाउंसर झेलने होंगे. पहले टेस्ट की पहली पारी में केएल राहुल और दूसरी पारी में विराट कोहली को छोड़कर भारत का कोई बल्लेबाज सेंचुरियन में अतिरिक्त उछाल का सामना नहीं कर सका.
केपटाउन में 6 में से 4 टेस्ट गंवा चुका है भारत
नए विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप चक्र में एक हार और एक ड्रॉ के बाद भारत जीत के लिए बेताब होगा. इस मैदान पर हालांकि पिछले छह में से चार मैच भारत गंवा चुका है. पिछले छह हफ्ते कप्तान रोहित शर्मा के लिए अच्छे नहीं रहे हैं, जो वनडे वर्ल्ड कप फाइनल की हार के बाद उबरने की कोशिश कर रहे हैं.
इसके बाद सेंचुरियन में ढाई दिन के भीतर टेस्ट में पारी और 32 रनों के अंतर से हार ने उनकी समस्याएं बढ़ा दी हैं. अब ऐसे में नए साल की शुरुआत केपटाउन के न्यूलैंड्स में जीत के साथ करने के लिए वह बेताब होंगे.
इस मैदान पर दक्षिण अफ्रीका का पलड़ा भारी है. इस टेस्ट के बाद विदा ले रहे दक्षिण अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर नहीं चाहेंगे कि महेंद्र सिंह धोनी के बाद यहां टेस्ट सीरीज ड्रॉ कराने वाले रोहित भारत के दूसरे कप्तान बनें.
... तो अश्विन को इस मैच से होना पड़ेगा बाहर?
यहां टॉस की भूमिका अहम होगी क्योंकि तापमान 33.34 के बीच है और पिच पर हरी घास है. इसके बावजूद यह पिच बल्लेबाजों की मददगार हो सकती है, जिस पर स्पिनरों को ज्यादा मदद नहीं मिलेगी. ऐसे में जडेजा के फिट होने पर टीम में रविचंद्रन अश्विन को रखने के कोई मायने नहीं है.
रोहित को यह भी देखना होगा कि वह अपने विशेषज्ञ बल्लेबाजों पर भरोसा करके शार्दुल और प्रसिद्ध की जगह मुकेश कुमार या आवेश खान को जगह देंगे.मुकेश ने नेट पर अतिरिक्त अभ्यास किया और वह शार्दुल से अधिक प्रभावी हैं. वहीं, आवेश लाल गेंद से अतिरिक्त उछाल का फायदा उठा सकते हैं.
बल्लेबाजों की मददगार पिच पर एल्गर, एडेन मार्कराम, टोनी डि जोर्जी, कीगन पीटरसन पर अंकुश लगाना आसान नहीं होगा.
बुमराह दुआ करेंगे कि आसमान में बादल हो
ऐसे में नई गेंद की भूमिका अहम होगी. जसप्रीत बुमराह दुआ करेंगे कि आसमान में बादल घिरे हों और पहले टेस्ट की तरह वह बदकिस्मत साबित नहीं हों, जब भारत की फील्डिंग भी लचर साबित हुई थी.
कप्तान रोहित को बल्लेबाजी में अपना हुनर दिखाना होगा. तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा ने उन्हें बार-बार परेशान किया है. लुंगी एनगिडी भी उतने ही खतरनाक गेंदबाज हैं. विराट कोहली पहले टेस्ट में अच्छे फॉर्म में दिखे और यहां उन्हें टिककर पारी संवारनी होगी.
टीमें इस प्रकार हैं -
भारतीय टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, विराट कोहली, केएल राहुल (विकेटकीपर), श्रेयस अय्यर, रवींद्र जडेजा, शार्दुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, मुकेश कुमार, प्रसिद्ध कृष्णा, केएस भरत (विकेटकीपर), अभिमन्यु ईश्वरन (दूसरा टेस्ट).
साउथ अफ्रीकी टीम: टेम्बा बावुमा (कप्तान), एडेन मार्कराम, टोनी डि जोर्जी, डीन एल्गर, कीगन पीटरसन, काइल वेरिन (विकेटकीपर), ट्रिस्टन स्टब्स (विकेटकीपर), नांद्रे बर्गर, मार्को जानसेन, वियान मुल्डर, गेराल्ड कोएत्जी, केशव महाराज, कगिसो रबाडा, लुंगी एनगिडी, डेविड बेडिंघम.