टीम इंडिया के लिए पिछले तीन महीने शानदार रहे हैं. पहले उसने ऑस्ट्रेलिया को उसके ही घर में मात दी. टीम इंडिया ने अपने शानदार फॉर्म को जारी रखते हुए इंग्लैंड को चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 3-1 से हराया. जीत के साथ टीम इंडिया वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल के लिए क्वालिफाई कर ली है. वह आईसीसी की टेस्ट रैंकिंग में भी टॉप पर पहुंच गई है. टीम इंडिया की इस जीत का जश्न देशभर में मन रहा है, लेकिन जीत के शोर में कुछ नाकामियां छुप गईं हैं.
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में गेंदबाजों ने जोरदार प्रदर्शन किया. ऑस्ट्रेलिया में जहां तेज गेंदबाजों ने कमाल की गेंदबाजी की तो वहीं घरेलू सरजमीं पर स्पिनरों ने दम दिखाया. गेंदबाजों के दम पर टीम इंडिया जीत तो रही है, लेकिन बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन ने टेंशन जरूर बढ़ा दी है.
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में रोहित शर्मा और ऋषभ पंत के अलावा कोई भी बल्लेबाज क्रीज पर टिकने का साहस नहीं दिखा पाए. शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे सीरीज में फ्लॉप रहे.
शुभमन गिल: ऑस्ट्रेलिया दौरे से अपने टेस्ट करियर का आगाज करने वाले शुभमन गिल के लिए इंग्लैंड सीरीज बेहद खराब रही. सीरीज में उन्होंने सिर्फ एक अर्धशतक जड़ा. पहले टेस्ट की दूसरी पारी में उन्होंने 50 रन बनाए थे. इसके बाद से उनका बल्ला खामोश रहा. ऑस्ट्रेलिया दौरे के हीरो रहे शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कुल 119 रन बनाए. दो बार तो वह खाता भी नहीं खोल पाए. गिल का ये प्रदर्शन टीम इंडिया के लिए चिंता का विषय है.
चेतेश्वर पुजारा: ये वो बल्लेबाज है जिसके ईद-गिर्द टीम इंडिया की बल्लेबाजी चलती है. ऑस्ट्रेलिया दौरे में उन्होंने इसे साबित भी किया, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में पुजारा का बल्ला शांत रहा जो आमतौर पर देखने को नहीं मिलता है.
पुजारा ने सीरीज का आगाज तो अर्धशतक जड़कर किया था, लेकिन उसके बाद वह संघर्ष करते दिखे. उन्होंने सीरीज में कुल 133 रन बनाए. वह एक बार शून्य पर भी आउट हुए. पुजारा के बल्ले से शतक निकले तो 2 साल से ज्यादा का समय हो गया है.
उन्होंने जनवरी 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट में 193 रन बनाए थे. इसके बाद उनके बल्ले से शतक नहीं निकला. उम्मीद थी कि इंग्लैंड सीरीज में पुजारा शतक का सूखा खत्म करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका. उन्हें इसके लिए अब वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल तक इंतजार करना होगा, जो 18 जून से खेला जाएगा.
विराट कोहली: टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली जब भी क्रीज पर उतरते हैं तो फैन्स उनसे शतक की उम्मीद करते हैं. ऑस्ट्रेलिया दौरे में तो कोहली सिर्फ एक मैच खेले थे. उन्होंने एडिलेड में अर्धशतक बनाया था. इसके बाद इंग्लैंड सीरीज में उन्होंने दो अर्धशतक बनाए और दो बार वह शून्य पर आउट हुए.
कोहली की बल्लेबाजी में वो निरंतरता नहीं रही जिसके लिए वो जाने जाते रहे हैं. इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में ये देखा भी गया. उन्होंने 6 पारियों में कुल 172 रन बनाए. उनका बेस्ट स्कोर 72 रहा. वहीं कोहली के बल्ले से शतक निकले भी लंबा समय हो गया है. उन्होंने 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ आखिरी शतक लगाया था.
उस शतक के बाद से कोहली ने इंटरनेशनल क्रिकेट की कुल 36 पारियों में 1286 रन बनाए, जिसमें 12 अर्धशतक शामिल हैं. कोहली पिछली 12 पारियों से टेस्ट में शतक नहीं लगा सके हैं.
अजिंक्य रहाणे: ऑस्ट्रेलिया दौरे में अजिंक्य रहाणे ने अपनी कप्तानी से सभी को प्रभावित किया. एडिलेड में 36 रनों पर ऑल आउट होने के बाद टीम इंडिया टूट चुकी थी. मेलबर्न में रहाणे ने शतक जड़कर टीम इंडिया में एक बार फिर जोश लाया.
इसके बाद टीम इंडिया ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और परिणाम सबके सामने है, लेकिन उस पारी के बाद रहाणे का बल्ला खामोश हो गया. इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में वह महज एक अर्धशतक लगा पाए. उन्होंने सीरीज में सिर्फ 112 रन बनाए. इस दौरान उनका बेस्ट स्कोर 67 रन रहा. रहाणे के फॉर्म को लेकर सवाल भी उठते रहे हैं.