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युवराज पर धोनी ने तोड़ी चुप्पी कहा, फील्डिंग के नए नियमों ने छीन लिया युवराज को

युवराज सिंह को तो भूले नहीं होंगे आप और ना हीं उनके पिता योगराज सिंह का वह बयान, जिसमें उन्होंने युवी को वर्ल्ड कप की टीम ना चुने जाने के लिए कप्तान धोनी को जिम्मेदार ठहराया था. तो मसला ये है कि धोनी ने बहुत दिनों बाद युवी पर अपनी जुबान खोली है. वर्ल्ड कप में अब तक अजेय रही टीम के कप्तान ने कहा है कि फील्डिंग के नए नियमों ने युवराज सिंह जैसा गेंदबाज छीन लिया.

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MS Dhoni
MS Dhoni

युवराज सिंह को तो भूले नहीं होंगे आप और ना हीं उनके पिता योगराज सिंह का वह बयान, जिसमें उन्होंने युवी को वर्ल्ड कप की टीम ना चुने जाने के लिए कप्तान धोनी को जिम्मेदार ठहराया था. तो मसला ये है कि धोनी ने बहुत दिनों बाद युवी पर अपनी जुबान खोली है. वर्ल्ड कप में अब तक अजेय रही टीम के कप्तान ने कहा है कि फील्डिंग के नए नियमों ने युवराज सिंह जैसा गेंदबाज छीन लिया.

गौरतलब है कि 2011 में भारत में खेले गए वर्ल्ड कप में युवराज सिंह मैन ऑफ द सीरीज रहे थे और बल्ले से खूब रन बटोरे थे. हालांकि चार साल बाद कप्तान धोनी का मानना है कि नए नियमों से युवी जैसा गेंदबाज अब बहुत ज्यादा प्रभावी नहीं रहा. दूसरी ओर आशंका इस बात की भी है कि धोनी के इस बयान पर विवादों का दौर ना शुरू हो जाए.

धोनी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि फील्डिंग के नए नियमों (30 गज के घेरे के बाहर केवल चार फील्डर) के कारण भारत को युवराज सिंह जैसा उपयोगी गेंदबाज गंवाना पड़ा. धोनी इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या सुरेश रैना 2015 में युवी की निभा सकते हैं, जो 2011 वर्ल्ड कप में खब्बू बल्लेबाज युवी ने निभाई थी.

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टीम इंडिया के कप्तान ने कहा, 'आपने देखा होगा कि नियमों में बदलाव के बाद युवी ने बहुत अधिक गेंदबाजी नहीं की. हम यह स्वीकार करते हैं कि नियमों में बदलाव के बाद उनकी गेंदबाजी प्रभावित हुई, हालांकि टी20 में वह नियमित गेंदबाज हैं.'

धोनी चार फील्डरों को 30 गज के घेरे से बाहर रखने के नियम के कभी समर्थक नहीं रहे, क्योंकि उनका मानना था कि उनके कई पार्ट टाइम गेंदबाज जैसे कि सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग बदली हुई परिस्थितियों में अधिक प्रभावी नहीं रहे.

उन्होंने कहा, 'जब तक फील्डिंग का यह नियम नहीं था तब तक वीरू पाजी, सचिन पाजी और युवी को गेंदबाजी सौंपी जाती थी और हम उन पर निर्भर थे, लेकिन वे सभी पार्ट टाइम गेंदबाज थे और बल्लेबाजी के लिए अनुकूल विकेट पर उनके लिए गेंदबाजी करना मुश्किल होता.'

धोनी ने कहा, 'इसी तरह से यदि विकेट से कुछ मदद मिलती है, तो रैना अच्छा विकल्प हैं. वह बाएं हाथ के बल्लेबाजों के लिए अच्छी लाइन से गेंदबाजी करते हैं. मुझे लगा कि आयरलैंड के खिलाफ मैच के दौरान मुझे उनकी जरूरत है. इसी तरह से शिखर धवन और रोहित शर्मा भी पार्ट टाइम गेंदबाज हैं, लेकिन मैं परिस्थितियों को देखकर ही उनका उपयोग करता हूं.'

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