वर्ल्ड क्रिकेट को कंट्रोल करने वाली संस्था आईसीसी ने बुधवार को एक ऐसा ट्वीट किया जिससे हर कोई हैरान रह गया. दरअसल, आईसीसी ने अपने ऑफिशल ट्विटर हैंडल पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आसाराम का एक पुराना वीडियो ट्वीट किया और लिखा- 'नारायण नारायण.' आईसीसी के इस ट्वीट पर एक के बाद एक प्रतिक्रियाएं आने लगी. इसके बाद आईसीसी ने अपने अकाउंट से इस ट्वीट को डिलीट कर दिया. लेकिन तब तक लोग इसके स्क्रीन शॉट्स ले चुके थे.

Sharing some old sweet memories between @narendramodi and Asaram. pic.twitter.com/c8cveZzn0f
— Pratik Sinha (@free_thinker) April 25, 2018
कुछ ही देर बाद आईसीसी ने इस घटनाक्रम पर माफी मांगते हुए लिखा...'आईसीसी के अकाउंट पर इस तरह के नॉन क्रिकेटिंग ट्वीट के आने से हम बहुत निराश हैं. इस मामले में हम माफी चाहते हैं. ये बहुत कम समय के लिए था. इसके लिए हम जांच करेंगे कि ये सब हुआ कैसे.'
ICC is dismayed at a non-cricket related tweet appearing on its Twitter feed earlier today. We would like to extend our sincere apologies to anyone who was offended during the short space of time it was up. We have launched an investigation into how this happened.
— ICC (@ICC) April 25, 2018
बता दें कि आईसीसी सिर्फ क्रिकेट से संबंधित खबरें, तस्वीरें और वीडियो ही अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट या रीट्वीट करती है. लेकिन ये खबर आसाराम से संबंधित थी, इसलिए आईसीसी ने एक ट्वीट करके माफी मांग ली है.
गौरतलब है कि राजस्थान के अपने आश्रम में एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म करने के मामले में आरोपी आसाराम बापू को जोधपुर की अदालत ने बुधवार को दोषी करार दिया और उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई.
अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति मामलों के विशेषज्ञ न्यायाधीश मधुसूदन शर्मा ने जोधपुर केंद्रीय कारागर के अंदर अपना फैसला सुनाया. आसाराम इसी जेल में पिछले चार साल से कैद हैं.
आसाराम (77) को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 376 और बाल यौन अपराध निषेध अधिनियम (पोस्को) और किशोर न्याय अधिनियम (जेजे) के तहत दोषी ठहराया गया.
पुलिस ने छह नवंबर, 2013 को पोस्को अधिनियम , किशोर न्याय अधिनियम और आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत आसाराम और चार अन्य सह- आरोपियों शिल्पी, शरद, शिवा और प्रकाश के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल किया था.