रियल एस्टेट डेवलपर कंपनी आम्रपाली ग्रुप से नाता तोड़ने वाले महेंद्र सिंह धोनी को साथी क्रिकेटर हरभजन सिंह का साथ मिला है. स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह ने शनिवार को ट्वीट कर धोनी की तारीफ की. उन्होंने आम्रपाली ग्रुप के मालिक पर वादाखिलाफी का आरोप भी लगाया.
हरभजन ने आम्रपाली को बताया वादाखिलाफ
हरभजन सिंह ने ट्वीट कर कहा कि आम्रपाली ग्रुप की ब्रांड अंबेसडरशिप छोड़कर धोनी ने बहुत अच्छा काम किया है. उन्होंने कहा कि ग्रुप ने 2011 में हुए वर्ल्ड कप के वक्त जीने वाले इंडियन क्रिकेटर्स को विला देने का अपना वादा नहीं निभाया था.
Well done @msdhoni for dropping #Amarpali builders s brand ambassadorship..they didn't gave us VILLAS they announce after 2011 worldcup win
— Harbhajan Singh (@harbhajan_singh) April 16, 2016
नोएडा में दिया गया क्रिकेटरों को विला
वहीं दूसरी ओर आम्रपाली ग्रुप के सीएमडी अनिल शर्मा ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि साल 2011 में आईसीसी वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम के सभी क्रिकेटर्स को ग्रेटर नोएडा के वेस्ट नोएडा एक्सटेंशन में विला अलॉट किया गया था. उन सबको टैक्स चुकाकर और बाकी जरूरी प्रक्रियाओं को पूरा कर विला ले लेना चाहिए.
साक्षी धोनी ने भी छोड़ा ग्रुप का साथ
ग्रुप ने महेंद्र सिंह धोनी की पत्नी साक्षी धोनी के इस्तीफे पर भी बयान दिया है. शर्मा ने कहा कि आम्रपाली माही डेवलपर्स 2011 में बनाया गया था. देहरादून में इसने अस्पताल भी बनाया है. इसमें ग्रुप का 75 फीसदी और साक्षी धोनी की 25 फीसदी हिस्सेदारी है. साक्षी धोनी अब इससे नहीं जुड़ी हैं. उनके इस अलगाव की प्रक्रियाएं पूरी की जा रही हैं.
धोनी ने तोड़ा आम्रपाली से तमाम रिश्ता
इसके पहले टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने रियल एस्टेट कंपनी आम्रपाली बिल्डर्स से शुक्रवार को अपना रिश्ता तोड़ लिया. अब वह आम्रपाली के ब्रांड एंबेसडर नहीं हैं. हालांकि यह पता नहीं चल पाया है कि धोनी आम्रपाली से अलग कब हुए? धोनी ना सिर्फ आम्रपाली के ब्रांड एंबेसडर थे बल्कि उसकी एक कंपनी में पार्टनर भी थे.
शर्मा ने कहा- धोनी का नाम घसीटना गलत
अनिल शर्मा ने धोनी से करार खत्म होने की पुष्टि की. उन्होंने कहा कि इस पूरे विवाद में धोनी की कोई गलती नहीं है, उनका नाम घसीटना गलत है. साल 2010 में आम्रपाली ग्रुप ने टीम इंडिया के कप्तान धोनी को ब्रांड एंबेसडर बनाया था. आम्रपाली के हर नए प्रोजेक्ट में धोनी का चेहरा होता था.
सोशल मीडिया पर धोनी के खिलाफ मुहिम
गौरतलब है कि तय समय पर आम्रपाली से फ्लैट नहीं मिलने पर निवेशकों ने सोशल मीडिया पर धोनी के खिलाफ मुहिम छेड़ दी थी. लोगों ने आम्रपाली पर मनमानी करने का आरोप लगाया था. जिसके बाद धोनी ने बिल्डर से बात करने का भरोसा दिया था. हालांकि आम्रपाली ग्रुप ने माना था कि कुछ वजहों से प्रोजेक्ट्स में देरी हुई लेकिन जल्द ही लोगों को उनका घर मिल जाएगा और काम बहुत तेजी से चल रहा है.