ENG vs AUS: ऑस्ट्रेलिया दौरे पर इंग्लैंड टीम का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा. पहले तीन टेस्ट मैचों में हार के बाद एशेज जीतने की उसकी उम्मीदें धूमिल हो चुकी है और वह क्लीन स्वीप होने की कगार पर है. अब पांच जनवरी से शुरू होने वाले सिडनी टेस्ट में भी इंग्लैंड के लिए अच्छी खबर नहीं है.
दरअसल, तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड की सिडनी टेस्ट के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम में वापसी हो सकती है. जोश हेजलवुड साइड स्ट्रेन इंजरी के चलते एडिलेड और मेलबर्न टेस्ट में खेलने से से चूक गए थे. ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों ने पिछले तीनों मैचों में इंग्लैंड के बल्लेबाजों पर अपना दबदबा कायम रखा है और हेजलवुड के शामिल होने से उन्हें अतिरिक्त बढ़त मिल सकती है.
ऑस्ट्रेलिया ने पहले तीन टेस्ट मैचों में तीन अलग-अलग पेस अटैक यूज किए हैं. पहला टेस्ट एकमात्र ऐसा मुकाबला था जिसमें हेजलवुड, मिशेल स्टार्क और पैट कमिंस की तिकड़ी ने एक साथ गेंदबाजी की थी. दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने जाय रिचर्डसन और माइकल नेसर को उतारा. तीसरे टेस्ट में स्कॉट बोलैंड को हेजलवुड से आगे चुना गया, जो तब भी चोटों से जूझ रहे थे. स्टार्क तीनों मैच खेलने वाले इकलौते तेज गेंदबाज हैं.
मुख्य चयनकर्ता जॉर्ज बेली ने कहा कि सेलेक्शन पैनल हेजलवुड को चौथे टेस्ट में भाग लेने से नहीं रोकेगा यदि वह मुकाबले में भाग लेने के लिए पर्याप्त रूप से फिट महसूस करते हैं. बेली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'अपने शरीर को जानने और खुद पर भरोसा करने को लेकर मुझे हॉफ (हेजलवुड) पर काफी विश्वास है. वह सहायक एंड्रयू मैकडोनॉल्ड और फिजियो डेविड बीकले के साथ बहुत बात करेंगे कि वह कैसा महसूस कर रहे हैं. अगर हॉफ को भरोसा है और वह कहते हैं कि खेलने के लिए तैयार हैं तो मुझे लगता है कि हम उन्हें वापस आने के लिए बैक करेंगे. उसने वह विश्वास अर्जित किया है.'
अगले दो टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया के पास एक ऐसी टीम होने की संभावना है, जिसमें सभी पांच तेज गेंदबाज उपलब्ध होंगे. साथ ही, इन सभी ने तीन टेस्ट में असाधारण रूप से बेहतरीन प्रदर्शन किया है. ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ताओं को अगले दो टेस्ट के लिए तेज गेंदबाजी यूनिट का फैसला करने में काफी माथापच्ची करनी पड़ सकती है.