ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे टेस्ट में ही एशेज सीरीज अपने नाम कर ली. कंगारुओं ने इंग्लैंड को तीन मुकाबलों में बड़े अंतर से हराते हुए एशेज पर अपना कब्जा बरकरार रखा है. इंग्लैंड का प्रदर्शन तीनों टेस्ट मैचों में काफी निराशाजनक रहा. इंग्लैंड के प्रदर्शन के बाद लगातार इंग्लैंड टीम पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. इंग्लैंड बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों मोर्चों पर नाकाम साबित हुई है. कप्तान जो रूट ने दूसर टेस्ट के बाद इंग्लैंड के गेंदबाजों को जिम्मेदार ठहराया था तो उसके जवाब में जेम्स एंडरसन ने बल्लेबाजों पर सवाल खड़े किए थे.
तीसरे टेस्ट को तीसरे दिन ही हार जाने के बाद बतौर कप्तान जो रूट निशाने पर हैं. इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने भी इंग्लैंड के प्रदर्शन पर सवाल उठाते हुए कहा कि फर्स्ट क्लास क्रिकेट को तवज्जो न देने की वजह से इंग्लैंड की ऑस्ट्रेलिया में यह दुर्गति हुई है. तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड दूसरी पारी में सिर्फ 68 रनों पर ऑलआउट हो गई थी.
पूर्व इंग्लैंड कप्तान ने इंग्लिश मीडिया के अखबार में लिखा, 'इंग्लैंड का एशेज में प्रदर्शन 2015 विश्व कप जैसा ही है, जब हमने वनडे क्रिकेट में अपना नजरिया बदला था. 2019 में किस्मत से हमने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज सीरीज ड्रॉ कर ली थी. अगर हमने जल्द ही कोई कदम नहीं उठाए तो अगली एशेज सीरीज में भी हमें हार का सामना करना पड़ सकता है.'
इंग्लैंड के बल्लेबाज इस पूरी सीरीज में अब तक नाकाम रहे हैं. अगर जो रूट को छोड़ दिया जाए किसी और बल्लेबाज ने बड़ा स्कोर नहीं बनाया है. माइकल वॉन का मानना है, 'सीमित ओवरों की क्रिकेट को दोष देना आसान है. लेकिन सच्चाई यह है कि हमने फर्स्ट क्लास क्रिकेट से मुंह मोड़ लिया है, जिसकी वजह से ऑस्ट्रेलिया में हमारा यह हाल है.'
बता दें कि इंग्लैंड 2015 विश्व कप में ग्रुप राउंड में ही बाहर हो गई थी. इस हार के बाद इंग्लैंड ने अपनी सीमित ओवरों की क्रिकेट के लिए कई बदलाव किए, जिसका फायदा उन्हें 2019 विश्व कप में मिला और वो विश्व विजेता बने. एशेज का अगला टेस्ट मैच 5 जनवरी से सिडनी में खेला जाएगा. ऑस्ट्रेलियाई टीम इसी सीरीज को 5-0 से जीतने की पूरी कोशिश में है.