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वर्ल्ड कप में आधी टीम इंडिया के बराबर अकेले धोनीः संजय मांजरेकर

टीम इंडिया के कैप्टन कूल एम एस धोनी ने जब अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की तो कई दिग्गज क्रिकेट पंडितों ने उनकी आलोचना की. कुछ ने कहा कि वनडे और टी-20 क्रिकेट की कप्तानी से भी उन्हें हटा दिया जाना चाहिए. लेकिन ऐसे क्रिकेट पंडितों की कमी भी नहीं है जो धोनी की कप्तानी के कायल हैं. पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने धोनी को दुनिया का बेस्ट कैप्टन करार दिया है और साथ ही कहा कि वो आधी टीम के बराबर हैं.

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एम एस धोनी
एम एस धोनी

टीम इंडिया के कैप्टन कूल एम एस धोनी ने जब अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की तो कई दिग्गज क्रिकेट पंडितों ने उनकी आलोचना की. कुछ ने कहा कि वनडे और टी-20 क्रिकेट की कप्तानी से भी उन्हें हटा दिया जाना चाहिए. लेकिन ऐसे क्रिकेट पंडितों की कमी भी नहीं है जो धोनी की कप्तानी के कायल हैं. पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने धोनी को दुनिया का बेस्ट कैप्टन करार दिया है और साथ ही कहा कि वो आधी टीम के बराबर हैं.

वर्ल्ड कप शुरू होने में अब एक महीने से भी कम का वक्त रह गया है और सभी टीमें तैयारियों में जुटी हुई हैं. संजय की माने तो धोनी वर्ल्ड कप में अकेले आधी टीम के बराबर होंगे. संजय ने कहा कि धोनी अद्भुत व्यक्तित्व के मालिक हैं.

एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक मांजरेकर ने धोनी की तारीफ करते हुए कहा कि वह अनोखे खिलाड़ी हैं. मांजरेकर ने कहा, 'धोनी को क्रिकेट के इतिहास से कोई मतलब नहीं है. अगर उनसे पूछा जाए कि भारत के पिछले चार या पांच कप्तान कौन हैं तो शायद वह नहीं बता पाएं. लेकिन एक खिलाड़ी के रूप में या कप्तान के रूप में उनकी प्रकृति गजब की है.' संजय ने कहा कि वास्तव में वर्ल्ड कप में वह आधी टीम इंडिया के बराबर साबित होंगे.

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जब संजय से 1992 की उस टीम से तुलना करने को कहा गया जिसने वर्ल्ड कप खेला था तो उन्होंने कहा कि वर्तमान टीम को फील्डिंग और रनिंग के लिए बेहतर मार्क्स मिलेंगे. वर्तमान खिलाड़ी विकेटों के बीच बेहतर ढंग से दौड़ते हैं. उस समय की टीम कभी दो रन को तीन में तब्दील नहीं कर पाई और रन आउट बहुच सामान्य सी बात थी. उन्होंने मजाक करते हुए कहा कि मैं इसमें आगे था.

उन्होंने माना कि टीम इंडिया वर्ल्ड कप जीतने की क्षमता रखती है लेकिन उसे अंतमि ओवरों में कम से कम रन देने के लिए गेंदबाजों को प्रेरित करना होगा. डेथ ओवर बहुत अहम होते हैं. अब हमारे स्पिनरों पर इसका दारोमदार है कि वे कैसी गेंदबाजी करते हैं. उन्हें मिडल ओवरों में विकेटें लेनी होंगी.

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