IND vs ENG 2021: साल 2021 में इंग्लैंड के भारत दौरे में पहला टेस्ट मैच चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेला गया था. उस पहले मुकाबले से जुड़ी एक सनसनीखेज खबर सामने आई है. रिपोर्ट के मुताबिक पिच के क्यूरेटर ने पूर्व मुख्य कोच समेत घरेलू टीम प्रबंधन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन नहीं किया. इसके चलते मुकाबले में भारतीय टीम को खामियाजा भुगतना पड़ा था.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक एक तत्कालीन हेड कोच रवि शास्त्री और बॉलिंग कोच भरत अरुण इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट शुरू होने से एक दिन पहले 4 फरवरी की शाम को एमए चिदंबरम स्टेडियम गए थे. मुख्य कोच और गेंदबाजी कोच ने क्यूरेटर और ग्राउंड्समैन से स्पष्ट रूप से कहा कि पिच को वैसे ही छोड़ दिया जाना चाहिए और पानी एवं रोलर का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए. पूरी स्पष्टता के साथ इसे बताने के बाद वे बाकी टीम के साथ स्टेडियम से निकल गए थे.
हालांकि रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि शास्त्री और अरुण के चले जाने के बाद क्यूरेटर ने ग्राउंड्समैन से कहा कि उन्हें एक उच्च अधिकारी' द्वारा पिच को पानी देने और उसे रोल करने के लिए कहा गया था. कथित तौर पर उस व्यक्ति ने स्थानीय ग्राउंड्समैन की सहमति के बगैर ऐसा किया, जिनके पास निर्देशों का विरोध करने का ऐसा कोई अधिकार नहीं है. अब यह मांग की गई है कि बीसीसीआई इस बात की जांच करे कि उस शाम क्यूरेटर को किसने बुलाया था.
रूट के आगे फेल रही थी भारतीय टीम
सूत्रों के अनुसार क्यूरेटर ने पिच पर पानी डाला और रोल किया, जिसके बाद अगली सुबह यह एक सपाट डेक बन गया. इंग्लैंड ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया, जिसके बाद रूट ने शानदार दोहरा शतक (218 रन) बनाकर मेहमान टीम को 578 के विशाल स्कोर तक पहुंचाया. बाद में स्पिनर्स जैक लीच और डॉम बेस के शानदार प्रदर्शन की बदौलत इंग्लैंड ने 227 रनोंं से मैच जीत लिया था
भारतीय टीम प्रबंधन कथित तौर पर निर्देशों की अनदेखी के लिए क्यूरेटर से नाराज था. क्यूरेटर पर जानबूझकर ऐसा करने का आरोप लगाया गया था. जानकार सूत्रों में से एक ने इस व्यवहार को 'बेहद गंभीर आचरण' कहा. इसके बाद प्रबंधन ने बीसीसीआई से बात की और आधिकारिक तौर पर क्यूरेटर बदलने का अनुरोध किया. रिपोर्ट में कहा गया है कि बीसीसीआई के कुछ अधिकारियों ने दूसरे टेस्ट की कमान संभालने के लिए एक वरिष्ठ क्यूरेटर को नियुक्त किया, लेकिन उन्हें चेन्नई में हुई घटना की जानकारी नहीं थी.