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रेवेन्यू शेयर मॉडल पर वोटिंग में हारी BCCI, विनोद राय बोले-दुखद दिन

गवर्नेंस एंड कॉस्टीट्यूशनल चेंजेस यानी प्रशासनिक और संवैधानिक बदलाव को लेकर हुई वोटिंग में बीसीसीआई को 1-9 से शिकस्त खानी पड़ी. रेवेन्यू मॉडल पर भी बीसीसीआई का प्रस्ताव खारिज हो गया.

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विनोद राय
विनोद राय

बीसीसीआई और आईसीसी के बीच चल रहे विवाद में नया मोड़ आया है. दरअसल, बीसीसीआई को जोरदार झटका लगा है. प्रशासन और राजस्व के ढांचे में बदलाव के लिए हुई वोटिंग में बीसीसीआई एक तरह से अलग-थलग पड़ गई है. आईसीसी की दो दिन की बोर्ड मीटिंग दुबई में चल रही है. मीटिंग के पहले दिन बुधवार को प्रशासनिक ढांचा और रेवेन्यू मॉडल में बदलाव को लेकर वोटिंग हुई.

बीसीसीआई के पक्ष में सिर्फ श्रीलंका बोर्ड
गवर्नेंस एंड कॉस्टीट्यूशनल चेंजेस यानी प्रशासनिक और संवैधानिक बदलाव को लेकर हुई वोटिंग में बीसीसीआई को 1-9 से शिकस्त खानी पड़ी. रेवेन्यू मॉडल पर भी बीसीसीआई का प्रस्ताव खारिज हो गया. हालांकि यहां उन्हें एक वोट ज्यादा मिला. प्रस्ताव 2-8 से गिर गया. बीसीसीआई का साथ सिर्फ श्रीलंका ने दिया.इस पर बीसीसीआई अध्यक्ष और सीओए प्रमुख विनोद राय ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है की ये भारतीय क्रिकेट के लिए निराशा वाला दिन है .

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हार नहीं मानेगा बीसीसीआई
इसके अलावा एक सीनियर बीसीसीआई अधिकारी ने बताया कि वोटिंग हो गई है. उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि रेवेन्यू मॉडल में 8-2 और संवैधानिक बदलाव को लेकर 9-1 से वोटिंग हुई. बीसीसीआई इन बदलावों का विरोध करता रहा है. बीसीसीआई इन दोनों के खिलाफ रहा है. इसलिए इनके खिलाफ वोटिंग की. हम लगातार कहते रहे हैं कि हम सैद्धांतिक तौर पर बदलावों के पक्ष में नहीं हैं. इस समय हम इतना ही कह सकते हैं कि हमारे पास सारे विकल्प खुले हुए हैं. हम स्पेशल जनरल मीटिंग में जाएंगे और सारे हालात सदस्यों के सामने रखेंगे.’

गौरतलब है कि, इससे पहले आईसीसी ने बीसीसीआई के सामने अतिरिक्त तौर पर 10 करोड़ डॉलर देने का प्रस्ताव रखा था. पिछले साल भारतीय बोर्ड को 57 करोड़ अमेरिकी डॉलर मिले थे. इसके बाद बदलाव के तौर पर बीसीसीआई को 29 करोड़ यूएस डॉलर मिलने थे, जो पिछले साल से 28 करोड़ डॉलर कम थे.

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