ऑस्ट्रलियाई लेग स्पिनर फवाद अहमद की तमन्ना है कि अपने खेल से वह न सिर्फ अपने समुदाय का आदर्श बनना चाहते हैं, बल्कि अपने धर्म इस्लाम का असल मतलब समझाना चाहते हैं. फवाद का जन्म पाकिस्तान में हुआ था और वह 2010 में पाकिस्तान छोड़कर ऑस्ट्रेलिया शिफ्ट हो गए थे.
फवाद को ऑस्ट्रेलिया की राष्ट्रीय टीम की तरफ से अब तक तीन एकदिवसीय मैच और दो टी20 मैच खेलने का मौका मिला है. ऑस्ट्रेलिया तीन जून से वेस्टइंडीज में दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला का पहला मैच खेलने वाला है. इस श्रृंखला में फवाद को टेस्ट में डेब्यू करने का मौका मिल सकता है.
फवाद अपने समुदाय का दूत बनना चाहते हैं. अहमद ने एक अखबार से कहा कि मैं एक मुस्लिम होने और एक खिलाड़ी होने के नाते एक संदेश फैलाना चाहता हूं. फवाद के मुताबिक खेल हमें एक साथ ला सकता है, और इस संदेश को फैलाने के लिए मैं गैर मुस्लिम समुदाय के साथ अधिक जुड़ना चाहूंगा.
फवाद ने कहा कि हम लोग उन कुछ हजार लोगों का प्रतिनिधित्व नहीं करते, जिन्हें आतंकवादी जाता है. उन्होंने कहा कि हम एक अरब 70 करोड़ मुस्लिमों का प्रतिनिधित्व विश्व में करते हैं जो अमन और शांति का पैगाम देते हैं. उन्होंने कहा कि मैं उन एक अरब 70 करोड़ लोगों का प्रतिनिधित्व करना चाहूंगा और सभी मुस्लिमों के लिए आदर्श बनना चाहूंगा.
साथ ही उन्होंने कहा कि मैं लोगों को बताना चाहूंगा कि कैसे हम इस खूबसूरत देश में एक साथ रह सकते हैं. हालांकि फवाद ने मेलबर्न को अपना घर बताया है और वह पाकिस्तान में 2009 के बाद क्रिकेट की वापसी से खुश हैं.