कैरम बॉल के जनक मिस्ट्री स्पिनर के नाम से मशहूर हुए श्रीलंका के अजंता मेंडिस ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है. मेंडिस ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच 2015 में न्यूजीलैंड के खिलाफ क्राइस्टचर्च में खेला था.
34 साल के मेंडिस को अपनी रहस्यमय गेंदबाजी के लिए जाना जाता था. शुरुआती करियर में उनको खेल पाना अच्छे-अच्छे बल्लेबाजों के लिए मुसीबत साबित हुआ था.
🚨 JUST IN 🚨
Ajantha Mendis has retired from all forms of cricket!
The Sri Lankan spinner took 288 wickets for his country across the three formats. pic.twitter.com/ZwABGqvRWf
— ICC (@ICC) August 28, 2019
वेस्टइंडीज के खिलाफ अप्रैल 2008 में पदार्पण करने वाले इस ऑफ स्पिन गेंदबाज ने अपने देश के लिए 87 वनडे मैचों में 152 विकेट चटकाए. 19 टेस्ट में मेंडिस के नाम 70 विकेट हैं. 39 टी-20 इंटरनेशनल मैचों में दाएं हाथ के इस गेंदबाज ने 66 विकेट झटके हैं.
मेंडिस ने पदार्पण वाले साल ही एशिया कप के फाइनल में भारत के छह विकेट (6/13) लेकर उसे हार के लिए विवश कर दिया था और तभी से मेंडिस विश्व पटल पर छा गए थे. समय के साथ हालांकि दुनियाभर के बल्लेबाजों ने मेंडिस की मिस्ट्री की काट निकाल ली थी, जिसके कारण वह बेअसर साबित हो रहे थे.
संन्यास लेते वक्त मेंडिस एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम लेते जा रहे हैं. वह रिकॉर्ड है वनडे में सबसे तेजी से 50 विकेट लेने का. यह रिकॉर्ड अब तक मेंडिस के नाम ही है. उन्होंने 19 मैचों में 50 विकेट पूरे किए थे. भारत के अजीत अगरकर और न्यूजीलैंड के मिशेल मैक्लेनघन 23 मैचों में विकेटों का अर्धशतक पूरा कर दूसरे स्थान पर हैं.