भारत की सीमित ओवरों की टीम के मीडिल ऑर्डर के अहम बल्लेबाज सुरेश रैना ने कहा है कि उन्होंने जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहला शतक बनाया था तो पूर्व खिलाड़ियों ने उनकी तारीफ की थी जो उनके करियर का यादगार लम्हा रहा.
जून 2008 में कराची में हांगकांग के खिलाफ वनडे में रैना ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का पहला शतक जड़ा था और उस लम्हे के बारे में उन्होंने कहा, 'जब मैंने पहली बार शतक बनाया तो राहुल द्रविड और वीरेंद्र सहवाग ने मुझे अपनी कैप दी. यह मेरे लिए यादगार लम्हा था.'
रैना ने कहा, 'इससे भी बढ़कर जब अगले ही दिन सचिन तेंदुलकर ने मुझे पूछा कि चलो डिनर करके आते हैं, तो यह मेरे लिए यादगार लम्हा था.'
वनडे सीरिज के लिए बांग्लादेश रवाना होने से पहले रैना से जब इस दौरे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'बांग्लादेश ने हाल में विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन किया और पाकिस्तान के खिलाफ भी. उनके खिलाड़ी युवा हैं और सभी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. हमारे खिलाड़ी जैसे आईपीएल में अच्छा कर रहे हैं वैसे ही उनके खिलाड़ी बीपीएल में अच्छा कर रहे हैं.'
सुरेश रैना ने कहा, 'किसी भी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ खेलना आसान नहीं होता. वो हमारे खिलाफ काफी मैच खेले हैं और उन्हें पता है कि हमारी क्षमता क्या है और हमें पता है कि उनकी क्षमता क्या है.'
भाषा से इनपुट