बतौर कप्तान विराट कोहली का टेस्ट सफर समाप्त हो चुका है. कोहली ने शनिवार को सोशल मीडिया के माध्यम से भारत की टेस्ट कप्तानी छोड़ने का ऐलान कर दिया था. कोहली की अगुवाई में भारतीय टीम ने 68 में से 40 मुकाबले जीते. आइए जानते हैं कोहली की कप्तानी में मिली पांच ऐतिहासिक जीतों के बारे में -
1. लॉर्ड्स टेस्ट: क्रिकेट के मक्का लॉर्ड्स में इंग्लैंड को हराना किसी भी टीम के लिए हमेशा खास होता है. इसी कड़ी में साल 2021 में भारत ने इंग्लैंड को लॉर्ड्स टेस्ट में धूल चटाई थी. भारत ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए बल्लेबाज हुए 364 बनाए, जिसमें केएल राहुल के 129 रनों का अहम योगदान रहा. जवाब में इंग्लिश टीम ने जो रूट के नाबाद 180 रनों की बदौलत 391 रनों का स्कोर खड़ा किया.
इसके बाद भारत ने अपनी दूसरी पारी 298 रनों पर घोषित कर दी. 272 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की पूरी टीम केवल 120 रनों पर ढेर हो गई और भारत को 151 रनों के अंतर से जीत हासिल हुई. मोहम्मद सिराज ने मुकाबले में कुल आठ विकेट लिए, वहीं अन्य भारतीय गेंदबाजों ने मैच जीतने के लिए जोशीला प्रदर्शन किया.
2. बेंगलुरु टेस्ट (2017): भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 189 रन बनाए. नाथन लियोन अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में थे और उन्होंने उस पारी में आठ विकेट लिए. जवाब में रवींद्र जडेजा के 6 विकेट्स की बदौलत ऑस्ट्रेलियाई टीम 276 रन ही बना पाई. इसके बाद भारत ने चेतेश्वर पुजारा के 92 रनों की मदद से 274 रन बनाए. नतीजतन ऑस्ट्रेलिया को सीरीज में अजेय बढ़त बनाने के लिए सिर्फ 188 रनों की जरूरत थी.
ऑस्ट्रेलियाई टीम की दमदार बैटिंग लाइन अप को देखते हुए किसी ने भी भारत को जीत का मौका नहीं दिया. लेकिन, विराट कोहली के नेतृत्व में भारतीय टीम ने जोरदार वापसी करते हुए 75 रनों से जीत दर्ज की. रविचंद्रन अश्विन चौथी पारी में गेंदबाजी के स्टार थे क्योंकि उन्होंने छह ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को आउट किया था.
3. एडिलेड टेस्ट (2018): इस मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए चेतेश्वर टीम पुजारा के 123 रनों की बदौलत 250 का स्कोर बनाया. फिर ट्रेविस हेड के संघर्षपूर्ण 72 रनों की पारी के बावजूद ऑस्ट्रेलियाई टीम सिर्फ 235 रनों पर आउट हो गई. भारतीय टीम ने दूसरी पारी में पुजारा (71) एवं रहाणे (70) के शानदार बल्लेबाजी की बदौलत कंगारू टीम को 323 रनों का लक्ष्य रखा.
जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम 291 रनों पर ढेर हो गई और भारत को 31 रनों से यादगार जीत हासिल हुई. भारत के लिए जसप्रीत बुमराह, रवि अश्विन, मोहम्मद शमी ने तीन-तीन विकेट चटकाए. इस जीत ने भारत का मार्ग प्रशस्त किया था, जिसके चलते टीम इंडिया ऑस्ट्रेलियाई धरती पर पहली टेस्ट सीरीज जीत हासिल कर पाई.
4. पुणे टेस्ट (2019): पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने पांच विकेट पर 601 रनों का स्कोर खड़ा किया. कप्तान विराट कोहली ने नाबाद 254 रनों की पारी खेली थी, जो उनके टेस्ट करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. उनके अलावा मयंक अग्रवाल ने 108 और रवींद्र जडेजा ने 91 रनों का अहम योगदान दिया.
जवाब में साउथ अफ्रीकी टीम सिर्फ केशव महाराज के 72 रनों के बावजूद 275 रनों पर ढेर हो गई और उसे फॉलोआन का सामना करना पड़ा. फॉलोआन खेलते हुए साउथ अफ्रीकी टीम 189 रनों पर ढेर हो गई. दूसरी पारी में भारत के लिए उमेश यादव और जडेजा ने तीन-तीन विकेट लिए. भारतीय टीम ने एक पारी और 137 रनों से जीत हासिल कर अपना वर्चस्व स्थापित किया.
5. राजकोट टेस्ट (2018): वेस्टइंडीज के खिलाफ इस मुकाबले में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए नौ विकेट पर 649 रन बनाए. पृथ्वी शॉ (134), विराट कोहली (139) और रवींद्र जडेजा ने (नाबाद 100) भारत की ओर से शतकीय पारियां खेलीं. अश्विन के चार विकेट्स चटकाने के चलते वेस्टइंडीज की टीम पहली पारी में 181 रन बना पाई.