टीम इंडिया इस वक्त ऑस्ट्रेलिया में टी-20 वर्ल्ड कप खेल रही है. इस बीच भारत में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड में बड़ा बदलाव हो गया है. बीसीसीआई को नया अध्यक्ष मिल गया है, पूर्व क्रिकेटर रोजर बिन्नी अब यह पद संभालेंगे. वह पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की जगह लेंगे, जो साल 2019 से इस पद को संभाल रहे थे.
बीसीसीआई के अध्यक्ष के साथ-साथ बोर्ड की पूरी टीम बदल गई है. अब इस नई टीम पर जिम्मेदारी है कि टीम इंडिया और देश में क्रिकेट को आगे बढ़ाया जाए. रोजर बिन्नी अब जब अध्यक्ष का पद संभाल रहे हैं, तब उनके सामने किस तरह की चुनौतियां होंगी, यह भी गौर करने वाली बात हैं.
रोजर बिन्नी के सामने कौन-सी बड़ी चुनौतियां?
वर्क-लोड मैनेजमेंट: टीम इंडिया लगातार क्रिकेट खेल रही है और सीनियर खिलाड़ियों को आराम कम मिल रहा है. यह वजह है कि स्टार प्लेयर्स चोट का शिकार हो रहे हैं, ऐसे में सबसे बड़ी चुनौती खिलाड़ियों को सेफ रखने की है. अभी देखने को मिलता है कि कैसे दो-दो टीम इंडिया एक-साथ खेल रही होती हैं, या सीनियर प्लेयर्स को लगातार आराम मिल रहा होता है. इसी में सुधार की काफी आवश्यकता है.
आईसीसी ट्रॉफी का सूखा: भारतीय क्रिकेट टीम ने साल 2013 के बाद से कोई भी आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीती है. भले ही टेस्ट, टी-20 या वनडे में भारतीय टीम टॉप परफॉर्मर रहती हो लेकिन आईसीसी ट्रॉफी से दूर रह जाती है. ऐसे में खिलाड़ियों को किस तरह फिट रखा जाए, शेड्यूल और तैयारियां किस तरह से सेटल की जाएं जो बड़े टूर्नामेंट में भारतीय टीम के साथ कोई खेल ना हो.
वर्ल्ड कप की मेजबानी: भारत को साल 2023 में वनडे वर्ल्ड कप की मेजबानी करनी है. भारत को पहले भी आईसीसी टूर्नामेंट करवाने का अनुभव है, साल 2011 में वनडे वर्ल्ड कप और साल 2016 में टी-20 वर्ल्ड कप का सफल आयोजन भारत पहले ही कर चुका है. ऐसे में एक और वर्ल्ड कप का आयोजन कोई बड़ी चुनौती नहीं होगी, लेकिन कोरोना काल के बाद यह कोई बड़ा टूर्नामेंट होगा जिसपर दुनिया की निगाहें टिकी होंगी.
महिला आईपीएल का आयोजन: बीसीसीआई ने ऐलान किया है कि साल 2023 से महिला आईपीएल की शुरुआत होगी. इसकी मांग लंबे वक्त से चल रही थी और अब इसे अप्रूवल मिला है. पिछले कुछ वक्त में महिला क्रिकेट में लोगों की दिलचस्पी बढ़ी है, लेकिन अब सीधा आईपीएल ही लॉन्च हो रहा है. इसे सफल बनाना, इसके लिए इन्वेस्टर ढूंढना बीसीसीआई के नए अध्यक्ष एक बड़ी चुनौती होगी. महिला आईपीएल की शुरुआत अभी 5 या 6 टीमों के साथ हो सकती है.
भारत-पाकिस्तान के रिश्ते: रोजर बिन्नी के कार्यकाल की शुरुआत ही विवाद के साथ हुई है. बोर्ड सचिव जय शाह ने एशिया कप के लिए टीम इंडिया के पाकिस्तान जाने पर संशय खड़ा किया है, तो पाकिस्तान बिफर गया है. ऐसे में करीब दस साल से दोनों देशों के बीच जो द्विपक्षीय सीरीज़ नहीं हुई है, क्या रोजर बिन्नी के कार्यकाल में कुछ चमत्कार देखने को मिल पाएगा. रोजर बिन्नी खुद भारत-पाकिस्तान के द्विपक्षीय क्रिकेट संबंधों के पक्षधर रहे हैं.