टीम इंडिया के ऑलराउंडर क्रुणाल पंड्या ने अपने पहले वनडे इंटरनेशनल मैच को यादगार बनाते हुए 31 गेंदों में 58 रन बनाए और 1 विकेट लिया. उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के पहले मैच में डेब्यू किया और उनके ऑलराउंड प्रदर्शन का टीम इंडिया की जीत में अहम योगदान रहा. क्रुणाल मैच के दौरान अपने पिता हिमांशु पंड्या को याद करते हुए कई बार भावुक भी हुए.
क्रुणाल और उनके भाई टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या ने खुलासा किया कि पिता की मौजूदगी का एहसास करने के लिए उनका बैग ड्रेसिंग रूम में रखा गया था. बीसीसीआई ने मैच के बाद क्रुणाल और हार्दिक की बातचीत का वीडियो ट्वीट किया, जिसमें हार्दिक अपने बड़े भाई क्रुणाल का इंटरव्यू ले रहे हैं.
💬 Our father was with us in dressing room: Pandya brothers @hardikpandya7 interviews @krunalpandya24 post his emotional knock on ODI debut. This has all our heart 💙- By @RajalArora #TeamIndia #INDvENG @Paytm
— BCCI (@BCCI) March 24, 2021
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क्रुणाल ने कहा कि सपना सच हो गया. यहां तक पहुंचने के लिए मैंने कड़ी मेहनत की, खासतौर से पिछले 1.5 महीने... सिर्फ क्रिकेट ही नहीं, पिता की देखभाल से लेकर हर चीज में मैंने मेहनत की. ये सब कुछ उन्हें ही समर्पित है. सब कुछ उनके आशीर्वाद से हो पाया. ये भावुक पल है...
बता दें कि क्रुणाल अपने पिता के निधन के बाद पहली बार टीम इंडिया के लिए खेल रहे थे. मैदान में वह कई बार भावुक भी हुए. भारत की पारी खत्म होने के बाद क्रुणाल को जब इंटरव्यू के लिए बुलाया गया तो वह एक शब्द भी नहीं बोल पाए और रोने लगे. इसके बाद वह और हार्दिक गले मिलने के दौरान भी रोते हुए दिखे थे.
हार्दिक और क्रुणाल एक-दूसरे के काफी करीब हैं. मुश्किल समय में दोनों ने एक-दूसरे का काफी साथ दिया है. हार्दिक पंड्या ने मैच के बाद क्रुणाल पंड्या को टैग करते हुए ट्विटर पर लिखा, 'पापा को आपके ऊपर गर्व हुआ होगा. वो आपके लिए मुस्कुरा रहे होंगे भाई... और उन्होंने आपके जन्मदिन से पहले एक गिफ्ट भेजा है. आप... बहुत कुछ डिजर्व करते हो. मैं आपके लिए इससे ज्यादा खुश नहीं हो सकता भाई. ये आपके लिए था पापा.
हार्दिक और क्रुणाल पंड्या के पिता हिमांशु पंड्या का दिल का दौरा पड़ने से इसी साल 16 जनवरी को निधन हो गया था. दोनों भाई अपने पिता को काफी मिस कर रहे हैं. यही वजह है कि क्रुणाल और हार्दिक अक्सर भावुक हो जाते हैं.
बता दें कि हार्दिक और क्रुणाल पंड्या को क्रिकेटर बनाने में उनके पिता का बहुत बड़ा हाथ रहा. उन्होंने बेटों को क्रिकेटर बनाने के लिए शहर भी बदल दिया था. हार्दिक और क्रुणाल पंड्या को क्रिकेटर बनाने के लिए हिमांशु पंड्या ने अपना बिजनेस तक बंद कर दिया था और दूसरे शहर में बस गए थे. ताकि दोनों बच्चों को क्रिकेट की बेहतर सुविधा मुहैया कराई जा सके.