साउथ फ्रांस के रिबाउट क्षेत्र के जंगलों में लगी आग ने भीषण रूप ले लिया. यह क्षेत्र स्पेन की सीमा से लगा हुआ है. आग ने 30 हजार एकड़ क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया है. तेजी से फैलती जंगल की आग के पास से गुजरती कारें तस्वीर में देखी जा सकती है. Photo: AP
आग ने फ्रांस की राजधानी पेरिस से भी बड़े क्षेत्र को अपनी चपेट में लेे लिया है. 1,800 दमकलकर्मियों के द्वारा आग बुझाने का प्रयास किया जा रहा हैं. गर्मियों में फैली फ्रांस की यह अब तक की सबसे बड़ी जंगल की आग है. Photo: Reuters
फ्रांस के जंगलों में लगी आग ने भारी तबाही मचाई है. जलवायु परिवर्तन, हीटवेव और तेज चल रही हवाओं ने इस आग को और विकराल बना दिया. मार्से, नारबोन और ऑड इलाकों में आग ने जंगलों, घरों और आम लोगों को काफी प्रभावित किया है. Photo: AFP
साउथ फ्रांस के नारबोन के पास सेंट-लॉरेंट-डे-ला-कैब्रेरिस के पास जंगल में लगी भीषण आग के दौरान जलते हुए पेड़ों को तस्वीर में देखा जा सकता है. आग के तेजी से जंगलों और गांवों के पास फैलने के कारण आम लोगों और यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा. Photo: Reuters
फ़्रांस के फॉन्टजोनकूज के पास फैली जंगल की आग पर फ्रांसीसी नागरिक सुरक्षा बल के विमान द्वारा अग्निरोधी पदार्थ गिराकर आग पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है. स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, जंगल की आग में 1 व्यक्ति की मौत हो गई और 9 घायल हो गए.हैं Photo: AFP
यूरोपीय संघ की कोपरनिकस जलवायु परिवर्तन सेवा के अनुसार यूरोप दुनिया का सबसे तेजी से गर्म होने वाला महाद्वीप है. 1980 के दशक के बाद से यहां का तापमान वैश्विक औसत से दोगुनी तेजी से बढ़ रहा है. Photo: AFP
आग से निकल रहे काले और घने धुएं ने कार्बन डाइऑक्साइड और ग्रीनहाउस गैसों को बढ़ाया है. धुएं से बुजुर्गों और बच्चों को सांस लेने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. Photo: AFP
फ्रांस को स्पेन से जोड़ने वाला A9 मोटरवे बंद करना पड़ा है. कई कैंपिंग ग्राउंड और गांव खाली कराए गए है. अग्निशामक वाहनों और विमानों से पानी गिराकर आग पर काबू करने का प्रयास किया गया है. Photo: Reuters
फ्रांस के फॉन्टजोनकूज के पास लगी जंगल की आग से तबाह हुए इलाके में जली हुई कारें तस्वीर में दिखाई दे रही हैं. हजारों एकड़ जंगल जल कर राख हो गए हैं, कई घर नष्ट हो गए हैं. जलवायु परिवर्तन के कारण तापमान में हो रही वृद्धि इस संकट का मुख्य कारण है. Photo: AFP