भारतीय नौसेना को तीन स्वदेश निर्मित अत्याधुनिक हल्के हेलिकॉप्टर्स (Advanced Light Helicopter) MKIII को शामिल किया गया है. इन्हें पूर्वी नेवल कमांड के नेवल एयर स्टेशन स्थित INS डेगा पर किया गया है. इन हेलिकॉप्टरों के आने से भारतीय नौसेना की निगरानी क्षमता और बढ़ेगी. इसे नौसेना की भाषा में मैरीटाइम रिकॉनसेंस एंड कोस्टल सिक्योरिटी (MRCS) कहते हैं. (फोटोः डिफेंस पीआरओ विशाखापट्टनम)
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक इन तीनों हेलिकॉप्टरों की वजह से देश के पूर्वी तटों को सुरक्षा मिलेगी. साथ ही हर तरह की निगरानी में मदद मिलेगी. ALH-MKIII हेलिकॉप्टरों को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने बनाया है. पुराने हेलिकॉप्टर काफी भारी होते थे. लेकिन एएलएच काफी हल्का, तेज और मल्टीरोल है. इसमें अत्याधुनिक सर्विलांस राडार और इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल यंत्र लगे हैं, जो समुद्री खोजबीन और निगरानी में नौसेना की मदद करेंगे. ये दिन और रात दोनों में काम कर सकता है. (फोटोः डिफेंस पीआरओ विशाखापट्टनम)
इसके अलावा ALH-MKIII में एक हैवी मशीन गन लगाई गई है, जिसका उपयोग हमला रोकने या बचाव में किया जा सकता है. इसके अलावा दुश्मन पर हमला करने के लिए भी ये काफी कारगर होगा. हेलिकॉप्टर में एक रिमूवेबल मेडिकल इंटेसिव केयर यूनिट भी लगाया गया है ताकि बचाव कार्यों में गंभीर रूप से बीमार शख्स या घायल का तुरंत प्राथमिक इलाज दिया जा सके. (फोटोः पीटीआई)
इस हेलिकॉप्टर में कई एडवांस्ड एवियोनिक्स सिस्टम लगे हैं, जिसकी वजह से यह हर मौसम में उड़ान भर सकता है. इस हेलिकॉप्टर को फर्स्ट फ्लाइट कमांडर एसएस डाश नेतृत्व करेंगे. वो ALH को उड़ाने में माहिर हैं. साथ ही इसके बेहतरीन इंस्ट्रक्टर है. उनका अपना ऑपरेशनल अनुभव है. (फोटोः पीटीआई)
#ALH Mk III Helicopters have been formally inducted at INS Dega under #ENC at #Visakhapatnam today as ‘322 Dega Flight’ in the presence of Vice Adm AB Singh, AVSM, VSM FOCINC ENC with 3 indigenously built ALH helicopters flying into Naval Air Station, INS Dega @DefenceMinIndia pic.twitter.com/rGV9JPIaVM
— Defence PRO Visakhapatnam (@PRO_Vizag) June 7, 2021
इस हेलिकॉप्टर में 2 पायलट और 12 पैसेंजर के बैठने की क्षमता होती है. इसकी लंबाई 52 फीट के करीब होती है. जबकि चौड़ाई 10.4 फीट और ऊंचाई 16.4 फीट है. इसका कुल वजन 4445 किलोग्राम है. यह पूरो लोडेड होने के बाद 5800 किलोग्राम वजन के साथ उड़ सकता है. इस हेलिकॉप्टर में एक बार में 1055 किलोग्राम ईंधन आता है. (फोटोः पीटीआई)
ALH-MKIII में शक्ति-1एच टर्बोशाफ्ट इंजन लगा है. जो काफी ज्यादा ताकतवर और अत्याधुनिक है. इस इंजन की वजह से इसकी औसत गति 250 किलोमीटर प्रतिघंटा हो जाती है. यह अधिकतम 291 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से उड़ा सकता है. एक बार पूरा ईंधन भरने के बाद यह 630 किलोमीटर तक उड़ान भर सकता है. यह अधिकतम 20 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है. (फोटोः पीटीआई)
यह इतना तेज है कि इस पर आसानी से निशाना लगाना मुश्किल है. क्योंकि यह 10.33 मीटर प्रति सेंकेड की गति से ऊपर उठता है. इसमें RWS-300 राडार वॉर्निंग सिस्टम या LWS-310 लेजर वॉर्निंग सिस्टम लगा होता है. इसके अलावा इसमें MAW-300 मिसाइल अप्रोच वॉर्निंग सिस्टम लगा है, जो इसे मिसाइल हमले से बचाती है. (फोटोः पीटीआई)