ग्रहों की दशा खराब होने से लोगों की जिंदगी में परेशानियों का दौर शुरू हो जाता है. कुंडली में हर ग्रह अलग तरह के सुख और दुख के लिए जिम्मेदार होता है. आइए आपको बाताते हैं कि ग्रहों की दशा खराब होने की स्थिति में किस तरह के उपाय करना बेहतर होता है.
सूर्य की दशा
- अगर सूर्य की दशा बुरी है तो, सूर्य की ही उपासना करें
- नित्य प्रातः सूर्य देव को जल अर्पित करें
- "ॐ आदित्याय नमः" का जप करें, या गायत्री मन्त्र का जप करें
- अपने पिता का आशीर्वाद जरूर लें
- रविवार को गुड़ का दान करें
चन्द्रमा की दशा
- नित्य प्रातः शिव जी को जल अर्पित करें
- प्रातः "नमः शिवाय" का जप करें
- माता का आशीर्वाद जरूर लें
- सोमवार को सफ़ेद वस्तु का दान करें
- मोती भूलकर भी धारण न करें
मंगल की दशा
- नियमित रूप से हनुमान जी की उपासना करें
- नित्य प्रातः सूर्य के समक्ष हनुमान चालीसा का पाठ करें
- मंगलवार का उपवास रक्खें
- मंगलवार को गुड़ का दान करें
बुध की दशा
- नियमित रूप से माँ दुर्गा की उपासना करें
- रोज शाम को माँ दुर्गा के मंत्र जप करें
- हर बुधवार को हरे फल का दान करें
- नियमित रूप से नहाएं, साफ़ सुथरे रहें
बृहस्पति की दशा
- नियमित रूप से भगवान विष्णु की उपासना करें
- सम्भव हो तो "विष्णु सहस्त्रनाम" का पाठ करें
- बृहस्पतिवार को धर्म स्थान पर जाएँ, केले का दान करें
- अधिक से अधिक सात्विक रहने का प्रयास करें
शुक्र की दशा
- नियमित रूप से माँ लक्ष्मी की उपासना करें
- रोज शुक्र के मन्त्र का जप करें
- शुक्रवार को दही या सफ़ेद मिठाई का दान करें
- हल्की सुगंध का नियमित प्रयोग करें
- भूलकर भी हीरा धारण न करें