Guru Pushya Nakshatra 2024: ज्योतिष में सबसे बड़ा और सबसे महत्वपूर्ण ग्रह है- बृहस्पति. इसी प्रकार सबसे शुभ नक्षत्र है- पुष्य. इन दोनों का संयोग होने से दिन अत्यंत शुभ और महत्वपूर्ण हो जाता है. इस दिन कोई भी शुभ कार्य करना लाभकारी हो सकता है. इस दिन मंत्र जाप करना, पवित्र नदी में स्नान करना और दान करना कल्याणकारी होता है. इस दिन विशेष उपायों से बृहस्पति को भी मजबूत कर सकते हैं. 22 फरवरी यानी आज गुरु पुष्य नक्षत्र का संयोग बन रहा है.
कब बनेगा गुरु पुष्य नक्षत्र?
गुरु पुष्य नक्षत्र गुरुवार, 22 फरवरी यानी आज सुबह सूर्योदय से लेकर शाम 04.43 बजे तक रहेगा. बृहस्पति की शुभ स्थिति के चलते इस दिन कोई भी शुभ कार्य किया जा सकता है. गुरु पुष्य नक्षत्र में सोने-चांदी के आभूषण, वाहन, प्रॉपर्टी, चांदी का सिक्का, चने की दाल, धार्मिक वस्तुएं जैसे कि शंख, कलश, चंदन आदि चीजें खरीदना शुभ होता है.
कैसे उठायें गुरु पुष्य नक्षत्र का लाभ?
प्रातः काल स्नान करके संकल्प लें. सूर्य को हल्दी मिलाकर जल अर्पित करें. इसके बाद आवश्यकतानुसार मंत्र जाप करें. या बृहस्पति के मंत्र का जाप करें. पीली चीजों का दान करें. इसके बाद आप जो भी शुभ कार्य संपन्न करना चाहते हैं, कर सकते हैं.
बृहस्पति को मजबूत करने के उपाय?
प्रातःकाल स्नान के बाद पीले वस्त्र धारण करें. इसके बाद हल्दी या चन्दन की माला से बृहस्पति के मंत्रों का जाप करें. मंत्र होगा- ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः. किसी ब्राह्मण या विद्यार्थी को पीली या शिक्षा की वस्तुओं का दान करें. संभव हो तो आज पीला खाद्य पदार्थ ग्रहण करें. अगर पुखराज धारण करना चाहें तो आज के दिन कर सकते हैं
आज किन चीजों का दान करना लाभकारी होगा?
स्वास्थ्य के लिए- काला तिल और गड़
आर्थिक मजबूती के लिए- हल्दी या चने की दाल
शीघ्र विवाह के लिए- केले का दान
विद्या बुद्धि और ज्ञान के लिए- किसी विद्यार्थी, ब्राह्मण या वृद्ध को पीले वस्त्र दें
संतान के लिए- पीपल के वृक्ष लगवाएं