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हल्दी का धार्मिक कार्यों में क्या विशेष महत्व है?

हल्दी एक विशेष प्रकार की औषधि है जिसमे दैवीय गुण भी होते हैं. हिन्दू धर्म में हल्दी को शुभ और मंगल लाने वाला माना जाता है. यह न केवल खाने के स्वाद को बढाती है बल्कि जीवन में सम्पन्नता भी लाती है. मुख्य रूप से हल्दी विषरोधक होती है और नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट करती है इसीलिए हल्दी का प्रयोग हवन और औषधियों में भी किया जाता है.

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हल्दी का धार्मिक महत्व
हल्दी का धार्मिक महत्व

हल्दी एक विशेष प्रकार की औषधि है जिसमे दैवीय गुण भी होते हैं. हिन्दू धर्म में हल्दी को शुभ और मंगल लाने वाला माना जाता है. यह न केवल खाने के स्वाद को बढाती है बल्कि जीवन में सम्पन्नता भी लाती है. मुख्य रूप से हल्दी विषरोधक होती है और नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट करती है इसीलिए हल्दी का प्रयोग हवन और औषधियों में भी किया जाता है.

ज्योतिष में हल्दी का क्या महत्व है?

हल्दी कई रंगों की होती है, और इन्ही रंगों के आधार पर इसका ग्रहों से सम्बन्ध होता है

हल्दी पीले , नारंगी और काले रंग की होती है

पीली हल्दी बृहस्पति से सम्बन्ध रखती है, नारंगी मंगल से और काली शनि से

ज्योतिष में बृहस्पति को मजबूत करने के लिए और

बृहस्पति सम्बन्धी समस्याओं के निवारण के लिए पीली हल्दी का प्रयोग किया जाता है

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सामान्य जीवन में हल्दी का प्रयोग किस प्रकार लाभकारी होता है?

- भोजन में संतुलित मात्र में हल्दी का प्रयोग व्यक्ति को आरोग्यवान बनाता है.

- महिलाएं अगर सूर्य को हल्दी मिलाकर जल अर्पित करें तो विवाह की बाधाएँ दूर होती हैं.

- अगर पेट की या कैंसर जैसी समस्या हो तो हल्दी का दान करना लाभकारी होता है.

- नित्य प्रातः हल्दी का तिलक लगाने से व्यक्ति को वाणी की शक्ति मिलती है और सात्विकता बढ़ जाती है.

- अगर हल्दी की माला से मंत्र जाप किया जाय तो व्यक्ति अत्यधिक बुद्धिमान और ज्ञानवान हो जाता है.

बृहस्पति को मजबूत करने के लिए कैसे करें हल्दी का प्रयोग?

- गाँठ वाली पीली हल्दी ले लें

- अब इसे पीले धागे में बांधकर गले या बाजू में धारण करें

- यह पीले पुखराज की तरह काम करता है अतः इससे बृहस्पति मजबूत होगा

- इसको बृहस्पतिवार को प्रातः धारण करें

शीघ्र विवाह के लिए कैसे करें हल्दी का प्रयोग ?

- स्नान करते समय जल में जरा सी पिसी हुयी हल्दी मिलाएं

- नित्य प्रातः हल्दी मिलाकर सूर्य को जल अर्पित करें

- जल चढाने के बाद लोटे के किनारों पर लगी हुयी हल्दी को माथे और कंठ पर लगाएं

- ये प्रयोग लगातार एक माह तक करें

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नजर दोष या नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए कैसे करें हल्दी का प्रयोग?

- नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट करने के लिए हल्दी का प्रयोग करना शुभ होता है.

- किसी भी मांगलिक कार्यक्रम में हल्दी लगाने के पीछे यही उद्देश्य होता है कि नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश रोका जा सके.

- सामान्य स्थितियों में स्नान के पूर्व हल्दी घिस कर लगाने से और फिर स्नान करने से तेज में वृद्धि होती है

- हल्दी लगाकर स्नान करने से व्यक्ति पर नकारात्मक ऊर्जा असर भी नहीं करती.

नौकरी और रोजगार में लाभ के लिए तथा आकर्षण क्षमता बढ़ाने के लिए कैसे करें हल्दी का प्रयोग?

- हल्दी में पांनी और चन्दन मिलायें ,उसका एक पेस्ट बनायें

- उस पेस्ट को चांदी या जस्ते के पात्र में रखकर पूजा के स्थान पर रख दें

- नित्य प्रातः काम की शुरुआत के पूर्व उस पेस्ट का तिलक माथे पर या कंठ पर लगाएं

- यह विशेष रसायन आकर्षण पैदा करता है और व्यक्ति को चैतन्य रखता है

- इस पेस्ट का प्रयोग अगर महिलायें करें तो उनके वैवाहिक जीवन में मधुरता बनी रहती है.

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