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गुरु का राशि परिवर्तन चमकाएगा किस्‍मत

गुरु का राशि परिवर्तन आपके लिए लेकर आ रहा है 1 साल का वो सुनहरा मौका, जब आप कुछ छोटे-छोटे उपाय करके अपनी किस्मत चमका सकते हैं. ये 1 साल आपके भाग्योदय के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं. जानिए गुरु का राशि परिवर्तन और शनि पर पड़ने वाली उसकी दृष्टि आपके लिए कैसे साबित होगी शुभ:

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Dharma
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गुरु का राशि परिवर्तन आपके लिए लेकर आ रहा है 1 साल का वो सुनहरा मौका, जब आप कुछ छोटे-छोटे उपाय करके अपनी किस्मत चमका सकते हैं. ये 1 साल आपके भाग्योदय के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं. जानिए गुरु का राशि परिवर्तन और शनि पर पड़ने वाली उसकी दृष्टि आपके लिए कैसे साबित होगी शुभ:

शनि प्रकोप:
गुरु की दृष्टि में आने से तुला राशि के शनि शांत रहेंगे.
कुंभ पर भी गुरु की पूर्ण दृष्टि होगी.
तुला राशि या लग्न होने पर संतान, जीवनसाथी, माता, संपत्ति, संपत्ति से जुड़े तनाव दूर होंगे.
कन्या राशि या लग्न होने पर माता, स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां दूर होंगी.
धन की स्थिति में सुधार होगा.
वृश्चिक राशि या लग्न होने पर कर्ज से छुटकारा मिलेगा.
कार्यक्षेत्र में लाभ के संकेत.
कर्क राशि या लग्न होने पर नौकरी, राजनीति, व्यवसाय में सफलता.
जीवनसाथी के स्वास्थ्य में सुधार होगा.
मीन राशि या लग्न होने पर स्वास्थ्य, धन, पैतृक समस्याओं, आयु के भय से छुटकारा मिलेगा.
'पूरे वर्ष ऊं सूर्य पुत्राय नम: विदमहे मृत्युरूपाय धीमहि तन्नो गुरूवे प्रचोदयात्' मंत्र का 3 माला रोज जाप करें.
बुधवार, गुरुवार, शनिवार मांसाहार, मद्यपान से परहेज करें.
गुरुवार या शनिवार को भैंस व काली गाय को चने की दाल की 3 रोटी खिलाएं.
कन्या, तुला राशि या लग्न के जातक नीलम धारण करें
कर्क, वृश्चिक, मीन, मिथुन राशि या लग्न होने पर पीला पुखराज धारण करें
राम, शनि मंदिर के निर्माण कार्य में सहायता करें.

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पितृ दोष:
जिन जातकों की कुंडली में शनि/राहु/गुरू/बुध/मंगल/चंद्र नीच या अस्त हो
शनि/राहु की गुरु/सूर्य से युति हो या दृष्टि संबंध हो.
शनि/राहु/सूर्य या गुरु के कारण पितृदोष से परेशानी हो
दोषों से छुटकारा पाने के लिए बेहद उत्तम 1 साल
श्मशान या स्कूल में छायादार स्थल की व्यवस्था करवाएं
गुरु पूर्णिमा को गुरु को वस्त्र, पीले बर्तन, छाता, जूता, दक्षिणा सहित दान दें
3 विद्यार्थियों को शिक्षित करने का संकल्प करें
पूर्णिमा व गुरुवार को पितरों के लिए पीली व काली वस्तुओं, तिल, तेल, घी का दान व तर्पण करें
सोमवती, भौमवती, शनिवारी अमावस्या को गंगा व अन्य तीर्थस्थलों पर दान व तर्पण करें.

भाग्योदय:
गुरु काल पुरुष में नवम भाव का स्वामी होने से भाग्योदय का कारक है
धन राशि पर गुरु की दृष्टि होने से 2014 तक जातकों के लिए भाग्योदय का समय
वृषभ, कुंभ, धनु, तुला, सिंह राशियों व लग्न के जातकों के लिए बेहद शुभ समय
इन राशियों में यदि गुरु/सूर्य या चंद्र/मंगल की दशाएं चल रही हैं, तो शुभता और बढ़ेगी.
जीवन के हर क्षेत्र में भाग्योदय का संकेत
पूरे वर्ष 'ऊं ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरूवे नम:' का हल्दी की माला से 5 माला जाप करें.
अनाथालय में पीले वस्त्र, चादर, चने की दाल, व पुस्तके दान दें
किसी भी धर्मस्थल पर धर्म से जुड़ी पुस्तकों व ग्रन्थों का दान करें.
घर व कार्यस्थल पर ईशान कोण में कुबेर यंत्र व सोने-चादी के श्रीयंत्र की स्थापना करें
बच्चों के पढ़ाई के कमरे में वास्तुपूजन कराएं
लग्न कुंडली में गुरु के 1, 2, 4, 5, 7, 9, 10 वें भाव के स्वामी होने पर साढ़े 5 रत्ती का पीला पुखराज धारण करें.

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व्यापार:
गुरु काल पुरुष की कुंडली में भविष्य निर्माण का अधिपति ग्रह है.
जिन जातकों की कुंडली में गुरु दूसरे, तीसरे, सातवें या दशवें भाव का स्वामी हो.
आने वाले एक वर्ष में नया व्यापार आरंभ करने, कार्यक्षेत्र में परिवर्तन का उत्तम समय
पीतल, सोना, चने की दाल, हल्दी, पीले फल, डेयरी से जुड़े व्यापार में सफलता.
शेयर मार्केट, अस्पताल, धर्म की पुस्तकों के व्यापार के लिए बेहद उत्तम समय
इन क्षेत्रों से जुड़े होने पर पीले पुखराज धारण करें.
राम व साईं मंदिर, अनाथालय, अस्पताल, धर्मशाला के निर्माण कार्य में सहायता करें.
शिवरात्रि के दिन अतिरूद्र, लघुरूद्र का 24 घंटे का अखंड पाठ कर अभिषेक करें
कार्यस्थल पर ईशान कोण में लक्ष्मी, गणेश, कुबेर व भुवनेश्वरी यंत्रों की स्थापना करें.

शिक्षा:
कालपुरुष में नवम भाव के स्वामी गुरु हैं.
मिथुन राशि में भ्रमण करते हुए गुरु की दृष्टि धनु\तुला\कुंभ राशियों पर विशेष रूप से है.  
धर्म, संस्कृत व पुरातन विद्याओं की उच्च शिक्षा हेतु अति उत्तम
कानून, प्रबंधन, अंतरराष्‍ट्रीय व्यापार, अर्थशास्त्र में पढ़ाई आरंभ करने के लिए बेहद उत्तम 1 साल.
ईशान कोण के कमरे पढ़ाई करें.
मछली, काले उड़द, बैंगन जैसी काली सब्जियों, ठंडे पेयजल के सेवन से परहेज करें.
'ऊं अंगिरासाय विदमहे वाचस्पत्ये धीमहि तन्नो गुरूवे प्रचोदयात' हल्दी की माला से मंत्र का 3 माला रोज जाप करें.
आदित्यहृदय स्त्रोतम का 1 बार पाठ करें.
मंगल/शनिवार/गुरुवार को 5 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें.
बंदरों को केले, चने के दाल की रोटी खिलाएं
मेष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, वृश्चिक, धनु, कुंभ मीन लग्न के जातक पीला पुखराज धारण करें.

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कानूनी मामले:
गुरु संविधान, कानून, व धर्म का अधिपति ग्रह है.
शनि गुरु के निर्देश के चलते न्याय का काम करते हैं.
संपत्ति, धन, वित्त, शिक्षा से जुड़े कानूनी मामलों से छुटकारा मिलेगा.
संभव हो तो रोज या फिर मंगल, शनिवार गुरुवार को बगलामुखी मंत्र का जाप करें.
पीले वस्त्र धारण कर पीले आसन पर बैठकर मूंगे की माला से जाप करें
देवी की प्रतिमा के सामने घी के 3 दीये जलाएं.
'ऊं आं ह्लीं क्रों हुं फट् स्वाहा' का 3 माला रोज जाप करें.
बगला सहस्त्रनाम स्त्रोत का पाठ करें.
मंगलवार, गुरुवार को दुर्गासप्शती का पाठ करें.
पीला पुखराज, मूंगा धारण करें.
शरीर के बढ़ते वजन पर नियंत्रण रखें.
हनुमान व षोडषी/बगलामुखी/भगवती भैरवी के मंदिर निर्माण में सहायता करें.
वृद्धों को काले/पीले वस्त्र, चने की दाल, नेत्र रोद की दवाओं का दान करें.

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