शनि हर ढाई साल में अपनी राशि बदल देते हैं. इस प्रकार एक राशि में दोबारा लगभग 30 वर्ष में आ पाते हैं. शनि ने 24 जनवरी को करीब 12 बजे धनु से मकर राशि में प्रवेश किया. मकर शनि की ही मुख्य राशि मानी जाती है. इसलिए शनि का मकर राशि में जाना बेहद शुभ माना जा रहा है, जबकि तुला और कुंभ राशि की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. आइए जानते हैं शनि के इस गोचर से साढ़े साती और ढैय्या का कैसा असर होगा और सभी राशियां इससे कितनी प्रभावित होंगी.