शनि के पराक्रम भाव में गोचर करने से मेष राशि वालों के अंदर उत्साह की कोई कमी नही रहेगी और किसी भी काम को आप बिना डरे करेंगे. माता-पिता का सहयोग पूर्ण रुप से बना रहेगा और आप उनके साथ धार्मिक यात्रा के लिए जा सकते हैं. घर से जुड़े किसी कार्य में धन का खर्च हो सकता है और आपका अपने घर का सपना भी इस शनि के गोचर में अवश्य सफल होगा.
उपाय: आपको महाराज दशरथ कृत नील शनि स्तोत्र का पाठ करना चाहिए और शनिवार के दिन संध्या काल में पीपल वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए.