शिवरात्रि का पर्व साल में 12 बार आता है, लेकिन फाल्गुन की महाशिवरात्रि और सावन में आने वाली शिवरात्रि सबसे अधिक फलदायी होती हैं. शिवरात्रि पर इस बार 4 वक्री ग्रहों का योग भी बन रहा है. ज्योतिषाचार्य डॉ. अरुणेश कुमार शर्मा के मुताबिक, शनि, गुरु, राहु और केतु की उल्टी चाल सितंबर तक 6 राशियों (मेष, वृषभ, मिथुन, सिंह, मकर और कुंभ) को धन लाभ देगी.