24 जनवरी को ढाई साल बाद न्याय के देवता शनि अपनी चाल बदलने जा रहे हैं. शनि की चाल बदलते ही लोगों के जीवन में कुछ मुसीबतों का आना संभव माना जा रहा है. किसी इंसान के लंबे वक्त तक बीमार रहने और दुर्घटना में फंसने में इसकी बड़ी भूमिका होती है. इंसान की कुंडली में शनि बिगड़ जाए तो धनवान व्यक्ति भी कंगाल हो जाता है. आइए जानते हैं आपसे जुड़ी कौन सी समस्या या लाभ का शनि से सीधा संबंध होता है.
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1. शारीरिक रूप रेखा- जिस व्यक्ति की जन्म कुंडली में शनि ग्रह लग्न भाव में होता है तो सामान्यतः अनुकूल नहीं माना जाता है. लग्न भाव में शनि जातक को आलसी, सुस्त और हीन मानसिकता का बनाता है. इसके कारण व्यक्ति का शरीर व बाल खुश्क होते हैं. शरीर का वर्ण काला होता है. हालांकि व्यक्ति गुणवान होता है. शनि के प्रभाव से व्यक्ति एकांत में रहना पसंद करेगा.
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2. बली शनि- ज्योतिष में शनि ग्रह बली हो तो व्यक्ति को इसके सकारात्मक फल प्राप्त होते हैं. जैसा कि हम जानते हैं कि तुला राशि में शनि उच्च का होता है. यहां शनि के उच्च होने से मतलब उसके बलवान होने से है. इस दौरान यह जातकों को कर्मठ, कर्मशील और न्यायप्रिय बनाता है. इसके प्रभाव से व्यक्ति को कार्यक्षेत्र में सफलता प्रदान मिलती है. यह व्यक्ति को धैर्यवान बनाता है और जीवन में स्थिरता बनाए रखता है. इसके प्रभाव से व्यक्ति की उम्र में वृद्धि होती है.
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3. पीड़ित शनि- वहीं पीड़ित शनि व्यक्ति के जीवन में कई प्रकार की परेशानियों को पैदा करता है. यदि शनि मंगल ग्रह से पीड़ित हो तो यह जातकों के लिए दुर्घटना और कारावास जैसी परिस्थितियों का योग बनाता है. इस दौरान जातकों को शनि के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए शनि के उपाय करना चाहिए.
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4. रोग- ज्योतिष में शनि ग्रह को कैंसर, पैरालाइसिस, जुकाम, अस्थमा, चर्म रोग, फ्रैक्चर आदि बीमारियों का जिम्मेदार माना जात है.
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5. कार्यक्षेत्र- ऑटो मोबाइल बिजनेस, धातु से संबंधित व्यापार, इंजीनियरिंग, अधिक परिश्रम करने वाले कार्य आदि कार्यक्षेत्र शनि से प्रभावित होते हैं.
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6. उत्पाद- मशीन, चमड़ा, लकड़ी, आलू, काली दाल, सरसों का तेल, काली वस्तुएं, लोहा, कैमिकल प्रॉडक्ट्स, ज्वलनशील पदार्थ, कोयला, प्राचीन वस्तुएं आदि का संबंध ज्योतिष में शनि ग्रह से है.
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7. स्थान- फैक्टी, कोयला की खान, पहाड़, जंगल, गुफाएं, खण्डहर, चर्च, मंदिर, कुंआ, मलिन बस्ती और मलिन जगह का संबंध शनि ग्रह से है.
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8. जानवर या पशु-पक्षी- ज्योतिष में शनि ग्रह बिल्ली, गधा, खरगोश, भेड़िया, भालू, मगरमच्छ, सांप, विषैले जीव, भैंस, ऊंट जैसे जानवरों का प्रतिनिधित्व करता है. यह समुद्री मछली, चमगादड़ और उल्लू जैसे पक्षियों का भी प्रतिनिधित्व करता है.
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9. जड़ी- धतूरे की जड़ का संबंध शनि ग्रह से है.
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10. रत्न- नीलम रत्न शनि ग्रह की शांति के लिए धारण किया जाता है.
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11. रुद्राक्ष- सात मुखी रुद्राक्ष शनि ग्रह के लिए धारण किया जाता है.