5. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चंद्र ग्रहण के दौरान राहु और केतु चंद्रमा को ग्रसित करते हैं. सूर्य और चंद्रमा ही इकलौते प्रत्यक्ष देवता माने जाते हैं. ग्रहण के दौरान असुर की शक्तियां इन पर हावी हो जाती हैं और ये अपनी रोशनी खोने लगते हैं. इस दौरान सूर्य और चंद्रमा के मंत्रों का जाप करना उचित माना जाता है.