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Surya Grahan 2025: चार घंटे से ज्यादा समय तक रहा साल का आखिरी सूर्य ग्रहण, 2026 में दुनिया फिर देखेगी ऐसा नजारा

Surya Grahan 2025: साल का अंतिम सूर्य ग्रहण करीब साढ़े चार घंटे रहा. यह सूर्य ग्रहण कन्या राशि और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में लगा था. सूर्य ग्रहण रात 11 बजे से लेकर देर रात 03 बजकर 23 मिनट तक चला.

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साल का आखिरी सूर्य ग्रहण कन्या राशि और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में लगा था. (Photo: Pixabay)
साल का आखिरी सूर्य ग्रहण कन्या राशि और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में लगा था. (Photo: Pixabay)

Surya Grahan 2025 When Where Watch: साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण खत्म हो चुका है. यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण था. भारतीय समयानुसार, यह सूर्य ग्रहण रात 11 बजे से शुरू हुआ और देर रात 03 बजकर 23 बजे पर खत्म हुआ. यह ग्रहण कन्या राशि और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में लगा था. सूर्य ग्रहण भारत में दर्शनीय नहीं हुआ इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य नहीं था.

साल 2025 का अंतिम सूर्य ग्रहण जारी है. अब अगला सूर्य ग्रहण 17 फरवरी 2026 दिन मंगलवार को लगेगा. यह एक कंकण सूर्य ग्रहण होगा. भारत में यह ग्रहण भी दिखाई नहीं देगा. 2026 का ये पहला सूर्य ग्रहण दक्षिण अफ्रीका, जिम्बाब्वे, मोजम्बीक, जाम्बिया, तन्जानिया, मॉरीशस सहित अंटार्कटिका और दक्षिण अमेरिकी देशों में दिखाई देगा.

- कितने बजे होगा ग्रहण का पीक टाइम?
इस बार का ग्रहण 11 बजे से लेकर देर रात 3 बजकर 23 मिनट तक रहा. इस ग्रहण का मध्य समय यानी पीक टाइम रात 1 बजकर 11 मिनट पर रहा. इस सूर्य ग्रहण की कुल अवधि 4 घंटे 23 मिनट की रहेगी     

- नग्न आंखों से सूर्य ग्रहण देखना हानिकारक
वैज्ञानिक मानते हैं कि सूर्य ग्रहण को भूलकर भी नग्न आंखों से नहीं देखना चाहिए. ग्रहण की किरणें आंखों के रेटिना के लिए हानिकारक साबित हो सकती हैं. इसलिए जिन क्षेत्रों में ग्रहण दिखाई पड़ता है, वहां लोगों को फिल्टर ग्लास, दूरबीन या खास तरह के चश्मे से इसे देखना चाहिए. सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से देखने पर कन्स्ट्रेशन में दिक्कत, आंख में खुजली या जलन की समस्याएं हो सकती हैं.

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सूर्य ग्रहण का घटस्थापना पर कितना असर?
22 सितंबर से शारदीय नवरात्र शुरू हो रहे हैं. ऐसे में लोगों को डर है कि आज रात लगने वाले चंद्र ग्रहण का प्रभाव कहीं घटस्थापना पर तो नहीं होगा. इस बारे में ज्योतिषविदों का कहना है कि ये सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं दे रहा है. इसलिए घटस्थापना पर इसका कोई प्रभाव नहीं होने वाला है. आप बताए गए शुभ मुहूर्त में घटस्थापना कर सकते हैं. हालांकि घटस्थापना करने से पहले घर और चौकी के स्थान पर गंगाजल जरूर छिड़कें.

- दुनिया में कहां-कहां दिखेगा सूर्य ग्रहण?
साल का अंतिम सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. यह सूर्य ग्रहण न्यूजीलैंड, फिजी, ऑस्ट्रेलिया के दक्षिणी इलाकों सहित अंटार्कटिका के कुछ हिस्सों में ही दिखेगा. इस सूर्य ग्रहण का सर्वाधिक असर न्यूजीलैंड में होगा, जहां सूर्य लगभग 80 प्रतिशत तक ढका रहेगा. एशिया, अफ्रीका और अमेरिकी देशों पर इस ग्रहण का कोई प्रभाव नहीं होगा.

- कब और कहां देखें सूर्य ग्रहण का लाइव स्ट्रीम?
साल का आखिरी सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. इसलिए इस ग्रहण का प्रभाव भी यहां नहीं होगा. लेकिन आप चाहें तो लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए इस सूर्य ग्रहण का नजारा देख सकते हैं. Timeanddate के यूट्यूब चैनल पर आप इसका लाइव स्ट्रीम देख पाएंगे. ग्रहण रात को 11 बजे शुरू होगा और देर रात 03.23 बजे इसकी समाप्ति होगी.

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- कितनी तरह का होता है सूर्य ग्रहण?
जब चंद्रमा पृथ्वी की परिक्रमा करते हुए सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है, तो कुछ क्षणों के लिए सूर्य की रोशनी पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाती है. इस खगोलीय घटना को ही सूर्य ग्रहण कहा जाता है. सूर्य ग्रहण तीन प्रकार के होते हैं पहला पूर्ण सूर्य ग्रहण, जब सूर्य पूरी तरह से ढक जाता है. दूसरा आंशिक सूर्य ग्रहण, जब सूर्य का केवल कुछ भाग ढकता है. वलयाकार सूर्य ग्रहण, जब सूर्य के बीच का हिस्सा ढक जाता है और किनारों पर अंगूठी जैसा आकार दिखाई देता है. 

- सूर्य का दिन, सूर्य का नक्षत्र
साल के इस अंतिम सूर्य ग्रहण पर एक बड़ा ही दुर्लभ संयोग बन रहा है. दरअसल सूर्य ग्रहण उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में रविवार के दिन पड़ रहा है. यह नक्षत्र और वार दोनों ही भगवान सूर्य देव के माने जाते हैं.

- सूर्य ग्रहण के बाद करें ये 3 काम
ज्योतिषविदों के अनुसार, सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद तीन काम जरूर करने चाहिए. पहला, पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करें. दूसरा, पानी में गंगाजल मिलाकर स्वयं स्नान करें. ग्रहण समाप्त होने के बाद दान जरूर करें. सूर्य ग्रहण के बाद आप गुड़, मसूर दाल, गेहूं, लाल वस्त्र और ताम्बे से निर्मित चीजों का दान कर सकते हैं.

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सूर्य ग्रहण में नहीं करनी चाहिए ये गलतियां
सूर्य ग्रहण जब भारत में दिखाई देता है तो घर में कुछ कार्य वर्जित होते हैं. शुभ-मांगलिक कार्यों पर पाबंदी रहती है. पूजा-पाठ और खान-पान से परहेज रहता है. इस दौरान तुलसी या देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को भी स्पर्श नहीं करना चाहिए. सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से देखने की गलती भी कभी न करें. हालांकि जब ग्रहण भारत में दृश्यमान न हो तो इन नियमों का पालन नहीं किया जाता है.

- क्या होता है आंशिक सूर्य ग्रहण?
जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आकर सूर्य को अपने पीछे आंशिक रूप से ढक लेता है तो सूर्य का आंशिक प्रकाश ही पृथ्वी तक पहुंच पाता है. इसे खगोलीय घटना को ही आंशिक सूर्य ग्रहण कहा जाता है.    

- कब लगता है सूर्य ग्रहण?
खगोलविदों के अनुसार, जब सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा आ जाता है तो सूर्य की रोशनी आंशिक रूप या पूर्ण रूप से छिप जाती है. इस दौरान चंद्रमा की छाया पृथ्वी पर पड़ने लगती है. जहां ये छाया पड़ती है, वहां या तो सूर्य दिखाई नहीं देता है. या फिर आंशिक या वलयाकार ग्रहण के रूप में दिखाई देती है. इसी खगोलीय घटना को सूर्य ग्रहण कहते हैं.

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- ग्रहण के बाद ये 5 चीजें करें दान
सूर्य ग्रहण के बाद दान-स्नान का विशेष महत्व बताया जाता है. साल का अंतिम सूर्य ग्रहण खत्म होने के बाद गुड़, मसूर की दाल, गेहूं, ताम्बे से निर्मित चीजें, लाल वस्त्र और सामर्थ्य के अनुसार, धन का दान कर सकते हैं. चूंकि सूर्य ग्रहण देर रात को समाप्त होगा, इसलिए आप 22 सितंबर की सुबह इन चीजों का दान कर सकते हैं.

- मीन राशि वालों के दांपत्य जीवन पर संकट
साल का आखिरी सूर्य ग्रहण मीन राशि वालों के शुभ नहीं माना जा रहा है. दांपत्य जीवन में खटास आ सकती है. बिजनेस में बड़ा नुकसान हो सकता है. इस दौरान किसी व्यापार में भी निवेश करने से बचें. मानसिक तनाव बहुत ही ज्यादा हो सकता है.

- लड़ाई-झगड़ों से बचें कुंभ राशि वाले
सूर्य ग्रहण का कुंभ राशि वालों पर नकारात्मक असर देखने को मिल सकता है. इस दौरान, लड़ाई-झगड़े, वाद-विवाद से दूर रहें. पैसों के लेन-देन से इस वक्त सतर्क रहना होगा. साथ ही, जमीन या प्रॉपर्टी में निवेश करने से बचें.    

- मकर राशि वालों को रोजगार में लाभ
साल का आखिरी सूर्य ग्रहण मकर राशि के लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी और फायदेमंद रहेगा. इस दौरान आपको व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में नई संभावनाओं और नए अवसर मिलेंगे. रोजगार में नए अवसर प्राप्त होंगे.

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- धनु राशि वालों के खर्चों में आएगी उछाल
साल का आखिरी सूर्य ग्रहण धनु राशि वालों के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है. बड़े निर्णय लेने से पहले सोच-समझकर कदम उठाएं. आपके खर्चे अचानक बढ़ सकते हैं. मेहनत का उचित फल नहीं मिलेगा, जिससे मन उदास हो सकता है.

- वृश्चिक राशि में धन प्राप्ति के योग
इस ग्रहण की अवधि में वृश्चिक राशि वालों को आर्थिक लाभ होने की संभावना बन रही है. धन प्राप्ति का योग बन रहा है. साथ ही, इन लोगों के ऊपर घर के बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद भी बना रहेगा.

- तुला राशि वालों के रिश्तों में उतार-चढ़ाव
तुला राशि वालों के लिए यह सूर्य ग्रहण नकारात्मक साबित हो सकता है. इस दौरान बहुत ही ज्यादा सावधानी से चलना होगा, क्योंकि धन खर्च बढ़ सकते हैं. साथ ही, रिश्तों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है.

- कन्या राशि वालों के बढ़ेंगे खर्चे
सूर्य ग्रहण कन्या राशि वालों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है. इस समय उन्हें विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है, क्योंकि धन हानि और अनावश्यक खर्च की संभावना बढ़ सकती है. इस अवधि में धैर्य और संयम के साथ काम करें.

- सिंह राशि: निवेश के लिए समय अनुकूल
सिंह राशि वालों के लिए यह ग्रहण शुभ रहने वाला है. सिंह राशि के जातकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएंगे और जीवन में तरक्की के द्वार खुलेंगे. यह समय निवेश के लिए अच्छा रहने वाला है.

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- कर्क राशि वाले न उठाएं जोखिम
यह ग्रहण कर्क राशि वालों के लिए मिश्रित फल देगा. इस दौरान कर्क राशि वाले लेन-देन में सावधानी बरतें और जोखिम लेने से बचें. हालांकि, आपके रोजमर्रा के काम सामान्य रूप से सही रहेंगे और दैनिक जीवन प्रभावित नहीं होगा.

- मिथुन राशि वालों को बढ़ेगा तनाव
मिथुन राशि के जातकों के लिए यह समय चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है. इस दौरान उनका मानसिक तनाव बढ़ सकता है और गुस्से की वजह से निजी संबंधों में दरार आ सकती है. दांपत्य जीवन और करीबी रिश्तों का ख्याल रखें.

- वृषभ राशि वाले पैसों के मामले में रहें सतर्क
वृषभ राशि वालों के लिए यह ग्रहण बुरे परिणाम लेकर आ सकता है. इस राशि के जातकों को इस समय सोच-समझकर फैसले लेने होंगे. पैसों के मामलों में धोखा खा सकते हैं. थोड़ा सतर्क रहें.    

- मेष राशि वालों की आय में वृद्धि
ज्योतिषियों के अनुसार, यह सूर्य ग्रहण मेष राशि वालों के लिए बेहद लाभदायक रहने वाला है. इस राशि के जातकों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, आय के नए अवसर मिलेंगे और जीवन में खुशियां आएंगी.

- बच्चे, बुजुर्ग और गर्भवतियों पर ग्रहण का कितना असर?
21 सितंबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा और न ही इसका सूतक काल मान्य होगा. इसलिए बच्चे, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं पर कोई विशेष नियम लागू नहीं होगा. आप अपने दैनिक कार्यों को सामान्य दिनों की तरह की पूरा कर सकेंगे. पूजा-पाठ, खान-पान या दूसरी किसी भी दैनिक क्रिया पर ग्रहण का कोई प्रभाव नहीं रहेगा.

- सूर्य ग्रहण का इस देश पर सबसे ज्यादा असर
साल का अंतिम सूर्य न्यूजीलैंड, फिजी, ऑस्ट्रेलिया के दक्षिणी इलाकों और अंटार्कटिका के कुछ हिस्सों में नजर आएगा. न्यूजीलैंड में इसका प्रभाव सबसे अधिक रहेगा, जहां सूर्य लगभग 80 प्रतिशत तक ढका हुआ रहेगा. वहीं, फिजी और ऑस्ट्रेलिया के दक्षिणी हिस्सों में लोग इसे आंशिक रूप से देख पाएंगे.

- युद्ध, तनाव और बड़े हादसों का संकेत
ऐसा माना जा रहा है कि 15 दिन में 2 ग्रहण बड़े हादसों का भी संकेत देते हैं. हाल ही में हमने गुजरात के अहमदाबाद शहर में प्लेन क्रैश की घटना भी देखी, जिसमें कई लोगों की मौत हो गई. कुछ समय पहले ही हमने कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी घटना देखी, जिसमें कई पर्यटकों को आतंकवादियों ने बेरहमी से मार दिया. इसके बाद भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ और जवाबी कार्रवाई में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया.

- 15 दिन में 2 ग्रहण लगना अशुभ
ज्योतिषविदों के अनुसार, जब 15 दिन में दो ग्रहण पड़ते हैं, तो उसका असर प्राकृतिक आपदाओं के रूप में देखने को मिलता है. हाल ही में हमने अफगानिस्तान, इंडोनेशिया में भी भूकंप की घटनाएं देखी हैं. ज्योतिष में चंद्रमा जल तत्व का प्रतिनिधित्व करता है. और 7 सितंबर के चंद्र ग्रहण से पहले हमने बाढ़ और लैंडस्लाइड जैसी घटनाएं देखी. हाल ही में वैष्णो देवी में बाढ़ और भूस्खलन से बड़ी तबाही मची. धराली में बादल फटने से बाढ़ ने कहर मचा दिया था. भारी बारिश के कारण पंजाब के कई बड़े शहर पानी में डूब गए.

- 15 दिन में दो ग्रहण
सितंबर का महीना दो ग्रहण का साक्षी बनने जा रहा है. पहले 7 सितंबर को कुंभ राशि में सूर्य ग्रहण लगा था, जो भारत में दृश्यमान था. जबकि 21 सितंबर को साल का दूसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण लगने वाला है. हालांकि ये सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. लेकिन 15 दिन में दो ग्रहण के संयोग को ज्योतिषविदों ने बहुत अशुभ बताया है.

- क्या सूर्य ग्रहण का पूजा-पाठ पर होगा असर?
यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं दे रहा है. इसलिए इसका सूतक काल मान्य नहीं है. सूर्य ग्रहण दिखने पर 12 घंटे पहले सूतक लागू हो जाता है, जिसमें पूजा-पाठ या धार्मिक अनुष्ठान वर्जित रहते हैं. इस सूर्य ग्रहण का सर्वपितृ अमावस्या और 22 सितंबर को शारदीय नवरात्र की घटस्थापना पर भी कोई असर नहीं होगा.

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