राजधानी दिल्ली से करीब डेढ़ हजार किमी दूर असम के सरहदी इलाकों का रूख कीजिएगा तो अचानक बहुत सारी गाय नजर आएंगीं. कुछ दौड़ती हुईं तो कुछ भागती हुईं. कुछ क्रेन से लटकी हुईं तो कुछ तैरती हुईं और कुछ तैराई जाती हुईं. कुल मिलाकर बांग्लादेश की सीमा से लगते इलाकों की तरफ जाने वाले हर रास्तों पर गाड़ियां कम गाय ज्यादा दिखेंगी. जब 'आज तक' यह माजरा समझने की कोशिश की तो पता चला कि ये वही रास्ते हैं जहां से मिशन 'भारत की गाय... बांग्लादेश जाए' को अंजाम दिया जाता है.