हर प्यार का अंजाम खुशनुमा हो ये जरुरी नहीं. ये शादीशुदा आशिक की वो कहानी है जिसकी बुनियाद धोखे और शक की ईंटों पर रखी गई. आशिक के धोखे और महबूबा पर शक की ये कहानी एक बेडरुम से शुरु होकर बेड पर ही खत्म हो गई.