11 जुलाई 2006 को मुंबई की लोकल ट्रेनों में हुए बम धमाकों की तफ्तीश में जुटी पुलिस को घटनास्थल से कुछ सुराग भी मिले लेकिन कोई पुख्ता सबूत नहीं था. कई सवाल अनसुलझे थे लेकिन वैज्ञानिकों ने उसे सुलझाने में कोई कोर कसर नहीं रखी.