इस बार का चुनाव महाराष्ट्र में पिछले चुनावों से काफी अलग है. शिवेसना-बीजेपी 25 साल बाद और कांग्रेस-एनसीपी 15 साल बाद एक-दूसरे से अलग होकर मैदान में हैं. ये गठबंधन टूटने का ही नतीजा है कि सालों तक एक-दूसरे के सहयोगी रहे दल प्रचार के दौरान एक-दूसरे पर छींटाकशी में लगे रहे.