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मैं भाग्य हूं: भाग्य नहीं कर्म के भरोसे रहिए

मैं भाग्य हूं: भाग्य नहीं कर्म के भरोसे रहिए

मैं भाग्य हूं, मैं रोज आपसे मिलने आता हूं और आपको कर्म की सलाह देने आता हूं. कई बार आपने देखा होगा कि बुरे कर्म के जरिए कुछ लोग बहुत तरक्की कर जाते हैं, उनकी चमक- दमक में काफी इजाफा हो जाता है और वो ऐशो आराम की जिंदगी जीने लगते हैं. वहीं दूसरी तरफ ईमानदारी और मेहनत से काम करने वाला कष्ट में जीवन बिताता है. ऐसी हालत को देखकर क्या करना चाहिए? क्या आपको भी गलत कर्म का रास्ता अपना लेना चाहिए या अच्छे कर्म करते रहना चाहिए. देखें- ये पूरा वीडियो.

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