आखिर कश्मीर के नेता अपनी पुरानी नेतागीरी से बाहर क्यों नहीं आना चाहते, जिसमें वो पाकिस्तान के आतंक के खिलाफ एक शब्द नहीं बोलते. जो आतंक अब कश्मीर के अस्पतालों को भी टारगेट बनाने से नहीं हिचकता. बॉर्डर पर खून बहाकर पाकिस्तान को चैन नहीं मिला, तो उसने अपने पालतू आतंकी को छुड़ाने के लिए कश्मीर के सबसे बड़े अस्पताल पर हमला करवा दिया.