पिछले पांच दिन से पाकिस्तान ने बॉर्डर पर एक तरह से अघोषित युद्ध छेड़ दिया था. पाकिस्तान की बौखलाहट इससे समझी जा सकती थी कि रमज़ान के महीने में कश्मीर में भारतीय सेना ने बड़ी पहल की थी. जब सेना के ऑपरेशन को स्लो किया गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कश्मीर जाने वाले थे, जहां उन्होंने उस किशनगंगा डैम प्रोजेक्ट को लॉन्च किया जिससे पाकिस्तान के प्राण सूख रहे हैं. ये बौखलाहट ही पाकिस्तान को बॉर्डर पर गोला-बारूद चलाने पर ले आई, जो बॉर्डर 15 मई से पहले दो हफ्ते तक बिल्कुल शांत था. लेकिन गोलाबारी करके उकसाने वाला पाकिस्तान अब माफी के लिए गिड़गिड़ा रहा है. पिछले 24 घंटे से बॉर्डर पर उसकी तोपें फुस्स हो गई हैं. क्योंकि बीएसएफ ने चुन चुन कर पाकिस्तान की उन पोस्ट और बंकर को ध्वस्त किया, जिनसे पाकिस्तान फायरिंग कर रहा था और आतंकियों की घुसपैठ कराने के फिराक में लगा था. पाकिस्तान रेंजर्स ने जम्मू बीएसएफ को फोन करके ये कहा है कि वो गोलाबारी अब रोक दें. 5 दिन की गोलाबारी के बाद 19 सेकेंड में कैसे पाकिस्तान गिड़गिड़ाने वाले हथकंडों पर आ गया.