आंखों में डॉक्टर बनने का सपना लिए वो अपने घर से कॉलेज के लिए निकली थी. लेकिन, बुधवार की मनहूस सुबह पुणे की सड़क पर एक बस उसके सपनों को रौंदती हुई निकल गई. ये वही बस थी जिसे संतोष माने चला रहा था, जिसके पहियों तले आठ जिंदगियां खत्म हो गई. मारे गए इन्हीं लोगों में शामिल थी पूजा पाटील.