इस बार बगदादी के आतंकियों के भरोसे गुजरात चुनाव का वोट युद्ध छिड़ा है. आतंकी बनाम जासूस की सियासत धारदार होती जा रही है. कब कौन क्या चाल चलेगा इसका किसी को अंदाज़ा तक नहीं मिल रहा. सियासी समीकरण पल पल बदल रहे हैं, आतंकी वर्सेस जासूस के मुद्दे पर सियासी सूरमा शह और मात का खेल जबरदस्त तरीके से खेल रहे हैं.