वाराणसी के सुंदरपुर इलाके में बालरूप में शनिदेव विराजमान हैं. यहां उन्हें टॉफी और बिस्कुट का चढ़ावा चढ़ता है. उनकी उल्टी परिक्रमा लगाई जाती है.