महाराष्ट्र में हार के बाद सोमवार को उद्धव लोगो से रूबरू हुए लेकिन हार की खीज और मराठी मुद्दा छिनने का गम दोनो उनके चेहरे पर साफ दिखा. जब उन्हें हार की वजह कोई नही सूझी तो ठीकरा फोड़ दिया मतदाताओं पर.