बैंगलोर के कार्लटन टावर की आग जैसे काल बन कर आई थी. सबसे ज्यादा मुश्किल उन लोगों की थी जो ऊपर की मंजिलों में फंसे थे. अंदर कमरे में धुआं भर रहा था और फायर ब्रिगेड की सीढी उनके पास तक नहीं पहुंच पा रही थी.