बीसीसीआई की सालाना रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि सामाजिक जिम्मेदारियों से इसका कुछ भी लेना-देना नहीं है. क्योंकि बीसीसीआई की रिपोर्ट में सीएसआर यानी कारपोरेट सोशल रिस्पॉसबिलिटी शब्द तक का इस्तेमाल कहीं नहीं किया गया है. ये बात आईपीएल के चैयरमैन नहीं समझ पा रहे हैं तो संकट बीसीसीआई की सोच का भी है.