ओडिशा के बालासोर से एक 20 वर्षीय कॉलेज छात्रा ने आत्मदाह के मामले में नया खुलासा हुआ है. छात्रा के परिवार का आरोप है कि कॉलेज की प्रिंसिपल ने उस पर यौन शोषण की शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया था और आरोपी से माफी मांगने के लिए मजबूर किया. इलाज के दौरान छात्रा की मौत हो गई थी.
पीड़ित परिवार का कहना है कि 12 जुलाई को छात्रा को दोपहर करीब 12 बजे प्रिंसिपल के ऑफिस में बुलाया गया. वहां पर एचओडी भी मौजूद थे. एफआईआर के अनुसार, छात्रा को 12:30 बजे तक अंदर रखा गया. बाहर निकलने के करीब दस मिनट बाद, यानी 12:40 बजे, छात्रा ने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली थी.
छात्रा ने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगाई आग
छात्रा के चचेरे भाई ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रिंसिपल ने छात्रा से कहा, अगर तुम शिकायत वापस नहीं लोगी तो इतनी शर्मिंदगी होगी कि खुद की जान देने का मन करेगा.
इलाज के दौरान छात्रा की हुई थी मौत
परिवार का यह भी दावा है कि छात्रा को आरोपी के सामने माफी मांगने को मजबूर किया गया. इन सभी दबावों के चलते छात्रा मानसिक तनाव में आ गई और यह कठोर कदम उठाया. पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. छात्रा अस्पताल में भर्ती है और उसका इलाज जारी है. यह मामला कॉलेज प्रशासन की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़ा कर रहा है.