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MP: 46 किलो गांजा के साथ राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी का सगा भाई गिरफ्तार, धान की बोरियों में पैक कर रखी थी खेप

सतना जिले के रामपुर बघेलान पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 46 किलो से अधिक गांजा बरामद किया और दो आरोपियों अनिल बागरी व पंकज सिंहको गिरफ्तार किया है. चौंकाने वाली बात यह कि अनिल, राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी का सगा भाई है. तीसरा आरोपी शैलेंद्र राजावत पहले से ही गांजा तस्करी में जेल में है. NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज कर पुलिस पूरे रैकेट की गहन जांच कर रही है.

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गांजा रखने के आरोप में गिरफ्तार अनिल बागरी और पंकज सिंह (Photo ITG)
गांजा रखने के आरोप में गिरफ्तार अनिल बागरी और पंकज सिंह (Photo ITG)

सतना जिले के रामपुर बघेलान थाना क्षेत्र में पुलिस ने अवैध गांजा तस्करी के खिलाफ एक ऐसी कार्रवाई को अंजाम दिया है, जिसने इलाके से लेकर राजनीतिक हलकों तक हलचल मचा दी है. गोपनीय सूचना के आधार पर की गई इस छापेमारी के दौरान पुलिस को भारी मात्रा में मादक पदार्थ मिला, साथ ही ऐसे नाम भी सामने आए, जिनकी वजह से यह मामला और भी संवेदनशील हो गया.

पुलिस ने मौके से दो आरोपियों अनिल बागरी और पंकज सिंह को गिरफ्तार किया है, जबकि तीसरा आरोपी शैलेंद्र उर्फ सोम राजावत पहले ही गांजा तस्करी के एक अन्य मामले में जेल भेजा जा चुका है. कुल 46 किलो 134 ग्राम गांजा बरामद किया गया जिसकी अनुमानित कीमत नौ लाख से अधिक बताई जा रही है. लेकिन इस पूरी कार्रवाई में जो तथ्य सबसे ज्यादा सुर्खियों में है, वह यह कि पकड़ा गया मुख्य आरोपी अनिल बागरी, प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी का सगा भाई है.

मौके पर ही दो गिरफ्तार

गोपनीय सूचना के आधार पर पुलिस की टीम देर रात माता मोड़ इलाके की ओर बढ़ी, जहां संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिली थी. पुलिस ने पहले इलाके की घेराबंदी की और उसके बाद दबिश दी. टीन शेड के नीचे छिपाई गई चार बोरी जैसे ही हटाई गईं, पुलिस टीम के सामने गांजे के 12-12 पैकेट निकल आए. यह बरामदगी न सिर्फ मात्रा में बड़ी थी बल्कि पैकिंग और छिपाने का तरीका इस ओर इशारा कर रहा था कि यह कोई छोटी-मोटी तस्करी नहीं बल्कि संगठित नेटवर्क का हिस्सा है. पुलिस ने मौके से पंकज सिंह और अनिल बागरी को गिरफ्तार कर लिया. वहीं तीसरे आरोपी शैलेंद्र सिंह उर्फ सोम राजावत का नाम पूछताछ में सामने आया, जो कुछ दिनों पहले ही बंदा जिले में गांजा तस्करी के मामले में गिरफ्तार हो चुका है. उससे पहले वह सिंघपुर थाना क्षेत्र में नशीली कोरेक्स सिरप के केस में भी पकड़ा गया था.

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तस्करी का तरीका और नेटवर्क का खुलासा

एएसपी सतना प्रेमलाल कुर्वे ने बताया कि कार्रवाई बेहद योजनाबद्ध तरीके से की गई और इसमें स्थानीय मुखबिरों की जानकारी अहम साबित हुई. उनके अनुसार, “हमें सूचना मिली थी कि पंकज सिंह के घर के पास बने टीन शेड में अवैध मादक पदार्थ छिपाए गए हैं. जब टीम वहाँ पहुंची और तलाशी शुरू की, तो धान की बोरियों के नीचे चार बड़े बोरे मिले जिनमें कुल 46 किलो 134 ग्राम गांजा पैक कर रखा गया था. मौके पर मिले पैकेट देखकर अनुमान लगाया जा रहा है कि यह गांजा आसपास के जिलों में खपाने के लिए तैयार किया गया था. पैकिंग पेशेवर ढंग से की गई थी, जिससे साफ है कि यह कोई नवसिखुआ काम नहीं, बल्कि एक सुव्यवस्थित नेटवर्क की गतिविधि है.

ASP ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में पंकज सिंह ने गांजा अनिल बागड़ी और शैलेंद्र राजावत से लाने की बात कबूल की. यही स्वीकारोक्ति पुलिस को उन कड़ियों तक ले गई, जिनसे पूरे नेटवर्क का दायरा बढ़ने की आशंका है. पुलिस ने आरोपियों पर 8/20 और 29 एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है और इस मामले की आगे की कड़ी जांच जारी है. अनिल बागरी और पंकज सिंह को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है.

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