भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने पार्टी नेताओं को साफ शब्दों में चेताया कि वे बेवजह और विवादित बयान देने से बचें. शाह का कहना था कि गलती एक बार हो जाती है, लेकिन इस बात का ध्यान रहे कि दोबारा ना हो.
गृह मंत्री शाह का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री विजय शाह और डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा के हालिया विवादास्पद बयानों से पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा. शाह के इशारे को दोनों वरिष्ठ नेताओं के विवादित बयानों से जोड़कर देखा जा रहा है.
पार्टी की रीति-नीति और अनुशासन पर जोर
शनिवार को अमित शाह मध्य प्रदेश के हिल स्टेशन पचमढ़ी पहुंचे थे. यहां बीजेपी का तीन दिवसीय (14 से 16 जून) प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जा रहा है. कार्यक्रम का उद्देश्य सांसदों, विधायकों और मंत्रियों को पार्टी की विचारधारा, इतिहास और आचरण संबंधी दिशा-निर्देशों से अवगत कराना है. शिविर की शुरुआत ‘वंदे मातरम्’ गान के साथ हुई, जिसके बाद अमित शाह ने विधायकों और सांसदों को संबोधित किया. उन्होंने कहा, गलती एक बार हो सकती है, लेकिन दोहराई नहीं जानी चाहिए.
शाह ने स्पष्ट रूप से कहा, आप में से कई लोगों से पहले भी ऐसी गलतियां हो चुकी हैं. लेकिन याद रहे कि गलती बार-बार ना हो और किसी भी सूरत में विवादित या संवेदनशील मुद्दों पर बयान देने से बचें.
उन्होंने जनसंघ की स्थापना से लेकर भारतीय जनता पार्टी के वर्तमान राजनीतिक सफर तक का संक्षिप्त परिचय भी दिया और बताया कि किस तरह संगठनात्मक अनुशासन और वैचारिक प्रतिबद्धता पार्टी की असली ताकत है.
शाह का कहना था कि जनसंघ से बीजेपी तक ना तो हमारी विचारधारा बदली और ना ही हमारा संकल्प. जब आप आत्मनिरीक्षण करेंगे तो आपको पता चलेगा कि हम अक्सर पार्टी के बजाय अपने लिए ज्यादा काम करते हैं. अब समय आ गया है कि हम पार्टी के लिए काम करना शुरू करें.
'बयान डुबा सकता है करियर'
कार्यक्रम में उपस्थित केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र सिंह ने नेताओं को आगाह किया. उन्होंने कहा, कई बार नेताओं का पूरा राजनीतिक करियर उनके एक विवादित बयान या आचरण की वजह से डूब जाता है. जितना हो सके, गैर जरूरी विषयों पर शांत रहना ही ठीक है. अगर बयानबाजी से खुद को नहीं रोक पाए तो नुकसान सिर्फ व्यक्ति का नहीं, बल्कि पूरी पार्टी की साख पर पड़ता है.
'3 साल में राजस्थान पहुंच जाएगा सिंधु नदी का पानी'
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, शाह ने कहा, नरेंद्र मोदी सरकार के 11 वर्ष 'राष्ट्रीय सुरक्षा के 11 वर्ष' रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यदि कोई भारतीय धरती या भारतीय नागरिकों पर हमला करता है तो उसे उसकी ही सीमा में घुसकर दंडित किया जाएगा. केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने 'सिंधु जल संधि' को स्थगित करने के निर्णय की भी सराहना की. उन्होंने कहा, जो पानी कभी हमारे दुश्मनों के पास जाता था, अब उससे हमारे खेत सींचे जाएंगे. तीन साल में गंगा नहर से राजस्थान तक पानी पहुंचाया जाएगा.