साहित्य आजतक के डिजिटल संस्करण e-साहित्य आजतक के मंच पर तीसरे दिन लोक संगीत की नायब हस्ती मालिनी अवस्थी ने शिरकत की. e-साहित्य आजतक के मंच पर लोक गायिका मालिनी अवस्थी अपने पिता जी के निधन के बाद भी मौजूद हुईं और माटी कहे कुम्हार गाकर जीवन का सार सुनाया. इस दौरान मालिनी अवस्थी ने उन दिनों की चर्चा की जब उनका जीवन बहुत संघर्ष में बीता. मालिनी अवस्थी ने e-साहित्य आजतक के मंच पर कहा कि एक स्त्री को अगर उसकी योग्यता के चलते निशाना बनाया जाएगा तो उसे जवाब मिलेगा. भारत सरकार द्वारा में पद्म श्री से सम्मानित गायिका ने अपनी फिल्मी दुनिया की सफलता और विदेश यात्राओं के किस्से बताए और कहा कि वह जहां भी पहुंची हैं अपनी योग्यता से पहुंची हैं. उनकी इस कामयाबी में भाजपा व पति का नहीं, उनके संघर्ष का हाथ है. देखिए वीडियो.